अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प को तीसरी बार राष्ट्रपति बनने की अनुमति देने के लिए गुरुवार को संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में एक बिल पेश किया गया। CNBC के मुताबिक यह बिल ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के सांसद एंडी ओगल्स ने पेश किया। बिल पेश करते हुए ओगल्स ने कहा कि सिर्फ ट्रम्प ही वो इंसान हैं, जो अमेरिका को फिर से महान बना सकते हैं।
ओगल्स का कहना है कि अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए ट्रम्प को और ज्यादा समय दिया जाना चाहिए। यह जरूरी है कि हम जो बाइडेन के कार्यकाल में की गई गलतियों को सही करने के लिए ट्रम्प को सभी जरूरी संसाधन दें।
इस बिल में कहा गया है कि कोई भी इंसान जो लगातार दो बार राष्ट्रपति रह चुका है, वो तीसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित नहीं होगा। ट्रम्प 2020 में जो बाइडेन से चुनाव हार गए थे, ऐसे में वो तीसरी बार भी राष्ट्रपति चुने जाने के लिए योग्य होंगे।
फिलहाल अमेरिकी संविधान के मुताबिक एक इंसान सिर्फ दो बार ही देश का राष्ट्रपति चुना जा सकता है। राष्ट्रपति पद पर दो कार्यकाल की सीमा 1951 में 22वें संविधान संशोधन द्वारा लागू की गई थी। अमेरिकी में सिर्फ फ्रैंकलिन रूजवेल्ट ही 4 बार राष्ट्रपति पद पर रहे थे।
संसद में ट्रम्प का बहुमत, फिर भी बिल पास होना मुश्किल
अमेरिकी संसद के दोनों सदन सीनेट और हाउस ऑफ रेप्रेसेंटेटिव में ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है, लेकिन फिर भी इस बिल के पास होने की संभावना बहुत कम है। क्योंकि इसे पास होने के लिए दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत की जरूरत होगी। जबकि रिपब्लिकन के पास सीनेट में 100 में से 53 सीटें और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में 435 में से 220 सीटें हैं।
इसके अलावा इस बिल को 50 में से 38 राज्यों का समर्थन भी चाहिए होगा। फिलहाल 22 राज्यों में विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी की सरकार है।
पुतिन की स्ट्रेटजी अपना सकते हैं ट्रम्प
ट्रम्प खुद भी कई बार कह चुके हैं कि वो दो कार्यकाल के बाद भी सत्ता में बने रहना चाहते हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर ट्रम्प को तीसरा कार्यकाल नहीं मिलता है तो वे सत्ता में बने रहने के लिए दूसरे तरीके अपना सकते हैं।
हैमिल्टन कॉलेज के प्रोफेसर फिलिप क्लिंकनर ने मुताबिक ट्रम्प 2028 में उपराष्ट्रपति बन सकते हैं और जेडी वेंस या किसी और को नाममात्र का राष्ट्रपति बना सकते हैं। ऐसा ही कुछ पुतिन ने रूस में किया था।इसके अलावा वो अपने परिवार के किसी सदस्य को राष्ट्रपति बना सकते हैं, ताकि पर्दे के पीछे से सरकार पर उनका कंट्रोल बना रहे।
पुतिन 2000 से 2008 तक लगातार 2 बार रूस के राष्ट्रपति रह चुके थे। रूस के संविधान के मुताबिक वे लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति नहीं बन सकते थे। ऐसे में उन्होंने अपने खास दिमित्री मेदवेदेव को राष्ट्रपति बना दिया था। इस दौरान पुतिन उपराष्ट्रपति के पद पर रहे थे।