वेतन से अधिक हुआ केंद्र व 3 राज्यों का वेतन पेंशन का खर्च

Updated on 05-12-2022 10:17 PM
पेंशन पर व्यय हाल के वर्षों में केंद्र और राज्यों के प्रमुख खर्चों में से एक के रूप में उभरा है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, यह 2019-20 के दौरान केंद्र सरकार व गुजरात समेत तीन राज्यों द्वारा ‘वेतन और मजदूरी’ पर किए खर्च से भी अधिक था. भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के आंकड़ों के अनुसार, केंद्र ने कुल कमीटेड एक्सपेंडिचर 9.78 लाख करोड़ रुपये था. इसमें से ‘वेतन और मजदूरी’ पर 1.39 लाख करोड़ रुपये, पेंशन पर 1.83 लाख रुपये और अन्य ब्याज भुगतान व कर्ज चुकाने पर 6.55 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए.

केंद्र का कुल कमीटेड एक्सपेंडिचर 2019-20 में उसके कुल राजस्व व्यय 26.15 लाख करोड़ रुपये का 37 प्रतिशत था. कैग की रिपोर्ट के अनुसार, कमीटेड एक्सपेंडिचर का 67 प्रतिशत हिस्सा सरकार ने ब्याज भुगतान और कर्ज की भरपाई में किया. वहीं, पेंशन पर 19 फीसदी और वेतन पर 14 फीसदी खर्च किया गया. इससे साफ है कि पेंशन पर वेतन और मजदूरी से अधिक खर्च किया जा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र का पेंशन बिल 2019-20 में वेतन और मजदूरी पर उसके खर्च का 132 प्रतिशत था. यह 2020 में भारत में कोविड-19 के प्रकोप से ठीक पहले था.

तीन राज्यों में भी यही स्थिति

गुजरात, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में भी यही स्थिति रही. गुजरात में 2019-20 में पेंशन बिल 17,663 करोड़ रुपये था जबकि वेतन और मजदूरी पर 11,126 करोड़ रुपये खर्च हुए. यानी पेंशन पर आय से 159 प्रतिशत अधिक खर्च हुआ. इसी तरह, कर्नाटक का पेंशन बिल (18,404 करोड़ रुपये) वेतन (14,573 करोड़ रुपये) बिल के मुकाबले 126 प्रतिशत अधिक था.

पश्चिम बंगाल के लिए, पेंशन बिल (17,462 करोड़ रुपये) वेतन और मजदूरी (16,915 करोड़ रुपये) पर हुए खर्च का 103 प्रतिशत था. उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और ओडिशा में पेंशन पर हो रहा खर्च वेतन और मजदूरी पर होने वाले व्यय से 2/3 अधिक था.

पूरे देश की सम्मिलित स्थिति कुछ अलग

आंकड़ों से पता चलता है कि 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का संयुक्त पेंशन बिल 2019-20 में 3.38 लाख करोड़ रुपये रहा. वहीं, वेतन पर कुल 5.47 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए. यानी देशभर में संयुक्त रूप से पेंशन पर वेतन का 61.82 प्रतिशत खर्च किया गया. गौरतलब है कि कमीडेट एकस्पेंस बढ़ने के कारण सरकार के पास राजस्व का इस्तेमाल दूसरे जरूरत के कामों में करने की गुंजाइश कम होती है.

इन राज्यों में स्थिति अलग

समीक्षाधीन वित्त वर्ष में राजस्थान में पेंशन पर खर्च 20,761 करोड़ रुपये था. यह वेतन और मजदूरी पर उसके 48,577 करोड़ रुपए के खर्च का 42.7 फीसदी था. छत्तीसगढ़ का पेंशन बिल 6,638 करोड़ रुपये था. यह 21,672 करोड़ रुपये के वेतन बिल का 30.62 प्रतिशत था. हिमाचल प्रदेश में पेंशन बिल 5,490 करोड़ रुपये था जो वेतन पर खर्च हुए 11,477 करोड़ रुपये का 47 फीसदी था.


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 09 January 2025
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 9 जनवरी को होने वाले स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (SPADEX) को बुधवार को फिर टाल दिया। ISRO ने 2 स्पेस सैटेलाइट के बीच ज्यादा अंतर…
 09 January 2025
असम के जोरहाट पुलिस की 16 सदस्यों की टीम एक आरोपी को पकड़ने निकली और गूगल डायरेक्शन पर आगे बढ़ी। लेकिन रास्ता भटककर और नगालैंड के मोकोकचुंग जिले में पहुंच…
 09 January 2025
आंध्र प्रदेश के श्री तिरुपति मंदिर में बुधवार देर रात 9:30 बजे वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट काउंटर के पास भगदड़ मच गई थी। हादसे में एक महिला समेत 6 लोगों…
 09 January 2025
कोरोना वायरस जैसे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के गुरुवार को 2 केस मिले हैं। पहला मामला उत्तर प्रदेश का है। लखनऊ में 60 साल की महिला पॉजिटिव पाई गई है। बलरामपुर…
 09 January 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल हुए। मोदी ने कहा- अप्रवासी जहां जाते हैं उसे अपना बना लेते हैं। इसके बावजूद…
 09 January 2025
असम के दीमा हसाओ जिले के उमरंगसो में 300 फीट गहरी कोयला खदान में 8 मजदूर पिछले 72 घंटे से फंसे हैं। एक मजदूर का शव बुधवार को निकाला गया…
 08 January 2025
 श्रावस्‍ती: श्रावस्ती में कबाड़ी नूरी बाबा को लेकर नए खुलासे हो रहे हैं। वह रमजान महीने में मुंबई में रहकर चंदा वसूल करता था। कभी बहाने से पश्चिम बंगाल तो कभी…
 08 January 2025
 गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के सियासी महकमे में इन दिनों दिनों दिल्ली चुनाव की गूंज है। दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से गाजियाबाद में भी सियासी हलचल…
 08 January 2025
सीतामढ़ी: कोरोना वायरस के बाद देश एचएमपीवी वायरस को लेकर चिंतित है। कोरोना वायरस से देश को बड़ी जानमाल और आर्थिक क्षति उठानी पड़ी थी। यह वायरस चीन से फैला था।…
Advt.