शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कई वृहद आर्थिक आंकड़ों की घोषणाओं तथा
वैश्विक रुख से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। इस सप्ताह सोमवार
को जुलाई के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े आने हैं। वहीं बुधवार को
थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े आएंगे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘इस सप्ताह
बाजार की दिशा वैश्विक बाजारों के रुझान के अलावा कुछ महत्वपूर्ण वृहद
आर्थिक आंकड़े तय करेंगे। सप्ताह के दौरान मुद्रास्फीति के अलावा विनिर्माण
और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े आने हैं।’’ इसके अलावा विदेशी कोषों का
प्रवाह और डॉलर के मुकाबले रुपये का उतार-चढ़ाव भी बाजार की दृष्टि से
महत्वपूर्ण रहेगा।
क्या कहते हैं जानकार?
सैमको सिक्योरिटीज में बाजार परिप्रेक्ष्य प्रमुख अपूर्व सेठ ने कहा,
‘‘वैश्विक बाजारों को बेसब्री से अमेरिका के मुद्रास्फीति के आंकड़ों का
इंतजार है। इन आंकड़ों पर सभी की निगाह रहेगी, क्योंकि इसके आधार पर ही पता
चलेगा कि फेडरल रिजर्व का आगे का रुख क्या रहता है।’’
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि
कच्चे तेल की कीमतों का उतार-चढ़ाव और डॉलर के मुकाबले रुपये का रुख बाजार
की धारणा को प्रभावित करेगा।
बीते सप्ताह बाजार कैसा था?
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 989.81 अंक या 1.68 प्रतिशत
के लाभ में रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 293.90 अंक 1.67
प्रतिशत चढ़ गया। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा का मानना
है कि बाजारों में अभी तेजी का रुख जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बाजार में
अभी व्यापक रूप से लिवाली का रुझान दिख रहा है।