असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि अगर भारत विरोधी गतिविधियों के लिए मदरसों के इस्तेमाल पर सरकार को इनपुट मिलता है, तो ऐसे संस्थानों को ध्वस्त कर दिया जाएगा। उनका यह बयान ठीक एक दिन बाद सामने आया है जब बोंगाईगांव जिले में कथित तौर पर 'जिहादी' गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एक मदरसे को बुधवार को अधिकारियों ने इमारत के नियमों के उल्लंघन के लिए ध्वस्त कर दिया था।
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "मदरसों को ध्वस्त करने का हमारा कोई इरादा नहीं है। केवल यह स्पष्ट है कि उनका इस्तेमाल जिहादी तत्वों द्वारा नहीं किया जाए।" उन्होंने कहा, "अगर हमें कोई विशेष जानकारी मिलती है कि मदरसे की आड़ में भारत विरोधी गतिविधियों के लिए संस्थान का इस्तेमाल किया जा रहा है, तो हम उन्हें तोड़ देंगे।"
गौरतलब है कि बुधवार को असम के बोंगाईगांव में मदरसे को आतंकवादी संगठन अल-कायदा से संबंधों के कारण ध्वस्त कर दिया गया था। इससे पहले अल-कायदा और अंसारुल बांग्ला टीम से संबंध रखने के आरोप में कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हाल ही में कहा था कि भारत में अल-कायदा से जुड़े लगभग पांच मॉड्यूल और पिछले कुछ महीनों में एबीटी के साथ राज्य "जिहादी गतिविधियों का केंद्र" बन रहा है। इस साल मार्च से अब तक राज्य में बांग्लादेशियों सहित 'जिहादी' गतिविधियों से जुड़े 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।