मोदी सरकार में आतंकवाद, उग्रवाद और वामपंथी चरमपंथ से होने वाली हिंसा की घटनाओं में 80% कमी आई: शाह
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19-02-2023 03:31 PM
नागपुर : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के अबतक के कार्यकाल के दौरान कश्मीर में आतंकवाद, उत्तर-पूर्व में उग्रवाद और वामपंथी चरमपंथ से हिंसा की घटनाओं में 80 प्रतिशत की कमी देखी गई है। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच भारत को दुनिया के शीर्ष पर देखने की है। नागपुर में लोकमत मीडिया समूह के संस्थापक-संपादक और स्वतंत्रता सेनानी जवाहरलाल दर्डा के जन्म शताब्दी समारोह और अखबार के मराठी संस्करण के स्वर्ण जयंती समारोह के मौके पर हुए कार्यक्रम में गृह मंत्री ने ये बात कही।‘अमृत काल’ के तीन बड़े उद्देश्य बताते हुए शाह ने कहा कि पहला लक्ष्य मौजूदा पीढ़ी के सामने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को प्रदर्शित करना है। उन्होंने कहा कि दूसरा उद्देश्य देश में 75 वर्ष में हुई प्रगति को जनता के सामने रखना है, वहीं तीसरा उद्देश्य भारत को अगले 25 वर्ष में सभी क्षेत्रों में शीर्ष पर पहुंचाना है।केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार से पहले देश में कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवाद के संदर्भ में आंतरिक सुरक्षा चुनौतियां थीं। उन्होंने कहा, ‘आज मैं कह सकता हूं कि मोदी सरकार में कश्मीर में आतंकवाद से, उत्तर पूर्व में उग्रवाद से तथा वामपंथी उग्रवाद से होने वाली हिंसा में 80 प्रतिशत की कमी आई है।’ गृह मंत्री ने कहा कि कश्मीर घाटी में एक साल में 1.8 करोड़ पर्यटक आए हैं, जो बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में 70 साल में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, लेकिन मोदी सरकार में उसे केवल तीन साल में 12,000 करोड़ रुपये मिल गए। शाह ने कहा, ‘कश्मीर में हर घर में नल जल और बिजली दी गई है, जो बड़ा बदलाव है।’शाह ने कहा कि उत्तर पूर्व में उग्रवाद में काफी कमी आई है, वहीं इन राज्यों में करीब 60 प्रतिशत क्षेत्र से सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) कानून (आफस्पा) वापस ले लिया गया है।उन्होंने कहा कि भारत रक्षा उत्पादन में ‘आत्मनिर्भर’ हो रहा है और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश दुनिया का विनिर्माण केंद्र बन रहा है। शाह ने कहा कि भारत दो से तीन साल के भीतर हाइड्रोजन उत्पादन में दुनिया की अगुआई करेगा। उन्होंने कहा, ‘इसी तरह, भारत चार से पांच साल में उपग्रहों के क्षेत्र में काफी आगे निकल जाएगा।’