दिनेश कार्तिक ने आईपीएल 2022 में लाजवाब प्रदर्शन कर भारतीय टीम में
लंबे समय बात जगह बनाई है। आईपीएल में उनकी मेहनत का फल अब उन्हें वर्ल्ड
कप स्क्वॉड में जगह पाकर मिला है। कार्तिक ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के
लिए इस साल फीनिशर की भूमिका निभाई थी और वह टीम इंडिया में भी यही काम कर
रहे हैं। कार्तिक अंतिम तीन-चार ओवर में पारी को फीनिशिंग टच देते हैं। कई
बार ऐसा भी देखने को मिला है कि जल्दी विकेट गिरने के बाद भी कार्तिक को
अंतिम ओवरों तक रोका जाता है, टीम के इस फैसले से पूर्व कप्तान सुनील
गावस्कर खुश नहीं है। गावस्कर ने टीम इंडिया को सलाह देते हुए कहा है कि
सिद्धांतों के जाल में न फंसें।
मोहाली टी20 में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला था। 14वें ओवर में सूर्यकुमार यादव के आउट होने के बाद दिनेश कार्तिक के ऊपर अक्षर पटेल को भेजा गया था। गावस्कर का कहना है कि अगर कार्तिक अक्षर से बेहतर बल्लेबाज हैं तो उन्हें ऊपर खेलने का भी मौका मिलना चाहिए।
अगर आपको लगता है कि वह (कार्तिक) अक्षर पटेल से बेहतर बल्लेबाज हैं तो उन्हें बल्लेबाजी में आना चाहिए चाहे वह 12वां या 13वां ओवर ही क्यों न हो। केवल अंतिम 3-4 ओवरों के लिए आने के बारे में यह सब उस तरह की चीज नहीं है जिसे देखा जाना चाहिए। हमें सिद्धांत से नहीं जाना चाहिए।' उन्होंने आगे कहा 'यदि आप देखें कि सिद्धांतों के साथ ना जाने से अंग्रेजी क्रिकेट कैसे बदल गया है, वे अब खुलकर क्रिकेट खेल रहे हैं। वे सिद्धांत से नहीं जा रहे हैं कि ऐसा होने पर ही ऐसा हो सकता है। उनके क्रिकेट में अंतर और उनके परिणामों में अंतर देखिए। भारत को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि वे सिद्धांतों के जाल में न फंसें। उन्हें मौजूदा स्थिति की व्यावहारिकता को देखना होगा और उसी के अनुसार निर्णय लेने होंगे।'