भारत में कई बम धमाकों का मास्टरमाइंड और मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर को लेकर पाकिस्तान लगातार झूठ बोलता रहा है। उसके झूठ की पोल तालिबान ने भी खोल दी है। तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने इस बात से साफ इनकार किया है कि जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मौलाना मसूद अजहर अफगानिस्तान में है। मुजाहिद ने टोलो न्यूज से कहा है कि मसूद वास्तव में पाकिस्तान में ही है। पाकिस्तान ने हाल ही में मसूद अजहर की गिरफ्तारी के लिए अफगानिस्तान को एक पत्र लिखा था। पाकिस्तान का कहना है कि शायद वह अफगानिस्तान के नंगरहार और कनहर इलाकों में छिपा हुआ है।
पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा, "जैश-ए-मोहम्मद का सरगना अफगानिस्तान में नहीं है। यह एक ऐसा संगठन है जो पाकिस्तान में ही हो सकता है। वैसे भी इसके बारे में हमें कोई पत्र नहीं मिला है। हमने इसके बारे में समाचारों के जरिए ही सुना है। हमारी प्रतिक्रिया यह है कि यह सच नहीं है कि मसूद अफगानिस्तान में है।"
तालिबान के नेतृत्व वाले विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह के आरोप काबुल और इस्लामाबाद के बीच संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं। तालिबान के एक प्रवक्ता अब्दुल कहार बल्खी ने कहा, "हम सभी पक्षों से बिना किसी सबूत और दस्तावेज के ऐसे आरोपों से दूर रहने का आह्वान करते हैं। इस तरह के मीडिया के आरोप द्विपक्षीय संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।"
अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र की लिस्ट में शामिल कुछ आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है। इसके बाद इस्लामाबाद ने यह हथकंडा अपनाया है, जिसे तालिबान ने भी बेनकाब कर दिया है। आपको बता दें कि पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में है।
लश्कर ए तैयबा (एलईटी) के ऑपरेशनल कमांडर साजिद मीर को पाकिस्तान अब तक मृत घोषित करता रहा है। हालांकि, उसने हाल ही में एफएटीएफ के लगातार दबाव के बाद उसके खिलाफ कार्रवाी की है।
पाकिस्तान का कहना है कि अजहर मसूद पाकिस्तान में मौजूद नहीं है। उसके अफगानिस्तान में होने की संभावना है। पाकिस्तान के इस दावे के विपरीत वह पाकिस्तानी सोशल मीडिया नेटवर्क पर लेख जारी करता रहता है। वह स्थानीय लोगों को जिहाद में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते रहता है।