खबर के मुताबिक अमेरिका की ओर से रूस खिलाफ जंग के में यूक्रेन की सहायता करने का ऐलान किया गया था। इसके बाद से दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच प्रतिदिन मौजूदा हालातों के लेकर बातचीत होती थी।
जून में फोन पर बात करते हुए बाइडेन ने जेलेंस्की को बताना ही
शुरू किया कि वो एक बिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद कर रहे हैं। इतने में
जेलेंस्की ने उनको टोकते हुए ये बताना शुरू कर दिया कि यूक्रेन को और कितनी
अतिरिक्त सहायता की जरूरत ह। इस दौरान बाइडन ने अपना आपा खो दिया था ओर
ऊंची आवाज में अपने यूक्रनी समकक्ष से बात की थी।
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को 9 महीने से ज्यादा
का वक्त हो चुका है। फिर भी रूस की ओर से हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे
हैं। क्रीमिया ब्रिज पर हमले के बाद से रूस नए सिरे से यूक्रेन पर और घातक
हमले कर रहा है। कुछ समय पहले रूस की ओर से यूक्रेन में कई मिसाइलें गिराई
गई थी। जिससे यूक्रेन के शहरों में बड़े पैमाने पर तबाही हुई। सुबह-सुबह
राजधानी कीव, खारकीव और खेरसॉन समेत बड़े शहरों में मिसाइल गिरते देख लोग
काफी सहम गए थे।
उधर, यूक्रेन का कहना है कि वह रूस के हमलों से डरने वाला नहीं है। हालांकि
यूक्रेन ने रूसी हमलों की वजह से बिजली और पानी की बड़ी मात्रा में क्षति
को कबूला है। रूस ने यूक्रेन के बिजली संयंत्रों और अन्य प्रमुख बुनियादी
ढांचों को निशाना बनाकर अपने हमले तेज कर दिए हैं। रूस की रणनीति के
परिणामस्वरूप यूक्रेन के बड़े हिस्से पहले से ही बिजली कटौती का सामना कर
रहे हैं।