मास्टरकार्ड ने भारतीय दर्शकों तक अपनी रणनीतिक पहुंच को व्यापक बनाने के लिए भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) के साथ करार किया है. इसके तहत मास्टरकार्ड घरेलू मैदान पर आयोजित सभी इंटरनेशल मैचों (महिला और पुरुष दोनों) के लिए टाइटल स्पॉन्सर होगा. इसमें बीसीसीआई द्वारा आयोजित किए जाने वाले ईरानी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी के साथ-साथ सभी जूनियर क्रिकेट मैच भी शामिल है.
मास्टरकार्ड ने पेटीएम का स्थान लिया है, जो लगभग सात सालों तक टाइटल स्पॉन्सर रहा. 2019 में बीसीसीआई ने भारत में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के मैचों के टाइटल स्पॉन्सर के लिए पेटीएम के साथ करार को चार साल के लिए बढ़ाया था. पेटीएम ने साल 2019 से 2023 तक टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए बीसीसीआई के साथ 326.80 करोड़ रुपये का करार किया था. इस दौरान प्रति मैच यह डील 3.80 करोड़ रुपये की थी. लेकिन टर्म पूरा होने से पहले ही पेटीएम ने करार खत्म करने का फैसला किया है.
मास्टर कार्ड का उद्देश्य भारत और उससे बाहर के क्रिकेट प्रेमियों के साथ जुड़ाव को बढ़ाना है. उसने यूईएफए चैम्पियंस लीग, ग्रैमीज, कान्स फिल्म फेस्टिवल, ऑस्ट्रेलियाई और फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के साथ पहले ही स्पॉन्सरशिप हासिल की है. बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने मास्टर कार्ड के साथ हुए डील पर प्रसन्नता व्यक्त की है.
सौरव गांगुली ने कही है ये बात
बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली ने कहा, 'बीसीसीआई 2022-23 सीजन के घरेलू क्रिकेट मैचों के लिए टाइटल स्पॉन्सर के रूप में मास्टरकार्ड का स्वागत करता है. अंतरराष्ट्रीय घरेलू सीरीज के साथ बीसीसीआई के घरेलू टूर्नामेंट महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे भारत को एक मजबूत अंतरराष्ट्रीय टीम बनाने की दिशा में एक कदम है. बीसीसीआई वास्तव में भारतीय क्रिकेट के निर्माण में मास्टरकार्ड के समर्थन को महत्व देता है. यह खेल एक जुनून से अधिक है, यह जीवन का एक तरीका है और हम इस साझेदारी के माध्यम से प्रशंसकों के लिए कुछ नए अनुभवों की आशा करते हैं.'