अर्शदीप सिंह को अपनी टीम के साथियों से ही नहीं, बल्कि भारत के अन्य क्रिकेटरों से भी सपोर्ट मिला है। यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों ने भी उनका समर्थन किया है। वहीं, मोहम्मद शमी ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा है कि ट्रोल तब नहीं दिखते जब टीम अच्छा प्रदर्शन करती है और उन्होंने दावा किया कि फर्जी अकाउंट्स से ऐसे मैसेज भेजना आसान है। उन्होंने कहा, "वे सिर्फ हमें ट्रोल करने के लिए जीते हैं, उनके पास और कोई काम नहीं है। जब हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो वे यह नहीं कहते कि आपने अच्छा कैच लिया, लेकिन क्या हमें ट्रोल करेंगे?"
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने आगे कहा, "अगर दम है तो रीयल अकाउंट्स से आए ना, फेक अकाउंट से तो कोई भी मैसेज कर सकता है।"पिछले साल टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की 10 विकेट से हार के बाद मोहम्मद शमी खुद सोशल मीडिया पर गाली-गलौज का शिकार हुए थे। उस समय कई प्रमुख क्रिकेटर भारतीय तेज गेंदबाज के समर्थन में सामने आए थे। अर्शदीप को खालिस्तानी कहा जा रहा था, जबकि शमी को उस समय प्रो पाकिस्तानी कहा गया था। बता दें कि दोनों खिलाड़ी 2019 से 2021 तक पंजाब किंग्स में टीम के साथी रहे हैं।