वॉशिंगटन: कारगिल दिवस के मौके पर बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पाकिस्तान पर जमकर बरसे। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सेना एलओसी पार करने को भी तैयार है। पाकिस्तान को राजनाथ सिंह के इस बयान पर मिर्ची लगी है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बुधवार को रक्षामंत्री की टिप्पणी को भड़काऊ बताया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज में कहा, 'लद्दाख के द्रास में दिए गए भारतीय रक्षामंत्री के बयान पर पाकिस्तान कड़ी अस्वीकृति व्यक्त करता है।'
उन्होंने कहा था, 'भारत अपने सम्मान को बनाए रखने के लिए जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा को पार करने को तैयार है।' रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ऐसी स्थिति में लोगों को समर्थन करने के लिए तैयार रहने को कहा। रूस यूक्रेन युद्ध का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक साल से भी लंबे समय से यह सिर्फ इस कारण चल पा रहा है, क्योंकि नागरिक भी इसमें कूद गए। इसके अलावा रक्षामंत्री ने कहा कि कारगिल युद्ध पाकिस्तान ने भारत पर थोपा था। पाकिस्तान ने शुरु किया था कारगिल युद्ध
पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान ने अपनी शैतानी चाल चलते हुए कारगिल युद्ध शुरू किया था। इस युद्ध को शुरु करने वाले जनरल परवेज मुशर्रफ ने भी अपनी किताब में इसके बारे में माना था। लेकिन पाकिस्तानी मीडिया ने इस सच बात को एक आरोप बताया। वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, 'भारत को इस तरह के बयान पर सावधानी बरतनी चाहिए। इस तरह की आक्रामक बयानबाजी दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा पैदा करता है।'
पाकिस्तान की बौखलाहट
पाकिस्तान ने अपना बौखलाहट भरी प्रतिक्रिया में आगे कहा, 'यह पहली बार नहीं है जब भारत के राजनेताओं ने और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने इस तरह के बयान दिए हैं। भारत अपने सार्वजनिक भाषणों में पाकिस्तान को घसीटने से परहेज करे।' रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को लेकर यह बयान 24वें कारगिल दिवस के मौके पर दिया। इससे पहले उन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी थी।