फैंस को पाकिस्तान और हॉन्ग कॉन्ग के बीच जिस तरह के मुकाबले की उम्मीद थी
वैसा कुछ नहीं हुआ। भारत के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने वाली हॉन्ग कॉन्ग
की टीम के लिए माना जा रहा था कि वह पाकिस्तान को ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच
में टक्कर देगी और यह टीम उल्टफेर भी कर सकती है, मगर ऐसा नहीं हुआ।
पाकिस्तान ने आसानी से हॉन्ग पर जीत दर्ज कर सुपर 4 में प्रवेश किया।
पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धिरात 20 ओवर में बोर्ड पर 2
विकेट के नुकसान पर 193 रन लगाए। मोहम्मद रिजवान ने इस दौरान 78 रनों की
नाबाद पारी खेली। इस स्कोर का पीछा करने उतरी हॉन्ग कॉन्ग की पूरी टीम
मात्र 38 रनों पर ही सिमट गई। पाकिस्तान ने यह मैच 155 रनों के बड़े अंतर
से अपने नाम किया। यह किसी भी पूर्ण सदस्य टीम के खिलाफ टी20आई क्रिकेट में
दूसरी सबसे बड़ी जीत है।
टी20आई क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम है, 2007
में उन्होंने केनिया को 172 रनों से धोया था। उस मुकाबले में श्रीलंका ने
पहले बल्लेबाजी करते हुए 260 रन बनाए थे और केनिया की पूरी टीम 88 रनों पर
सिमट गई थी।
T20I में रनों के मामले में सबसे बड़ी जीत (पूर्ण सदस्य)
172 श्रीलंका बनाम केनिया, जोहान्सबर्ग 2007
155 पाकिस्तान बनाम हॉन्ग कॉन्ग, शारजाह 2022*
143 वेस्टइंडीज बनाम आयरलैंड, डबलिन 2018
143 पाकिस्तान बनाम वेस्टइंडीज, कराची 2018
137 इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीजब, बस्सेटर 2019
वहीं पाकिस्तान के खिलाफ टी20आई क्रिकेट में किसी भी टीम द्वारा बनाया
गया सबसे कम स्कोर है। हॉन्ग कॉन्ग के 38 रनों पर ढेर होने से पहले
पाकिस्तानी गेंदबाजों ने 2018 में वेस्टइंडीज को 60 रनों पर ऑलआउट किया था।