इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी का कहना है कि भारत के साथ उनके संबंध अविश्वास के माहौल की चपेट में हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आपसी सम्मान और संप्रभु समानता के आधार पर भारत के साथ 'अच्छे पड़ोसी संबंध' रखने के लिए प्रतिबद्ध है। एक समारोह को संबोधित करते हुए बिलावल ने एक बार फिर वही पुराना कश्मीर राग अलापा। हाल ही में बिलावल शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेने भारत आए थे। गोवा में मीटिंग से इतर उन्होंने भारतीय मीडिया से बात करते हुए कश्मीर पर जमकर जहर उगला था।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने शुक्रवार को बताया कि पाकिस्तान एससीओ की बैठक में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए तरीकों की तलाश कर रहा था, लेकिन भारत ने डिजिटल बैठक आयोजित करने की घोषणा कर दी। बिलावल एक विचारक संस्था 'इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्टडीज इस्लामाबाद (आईएसएसआई)' की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। 'शहबाज की भागीदारी के लिए माध्यम तलाश रहे थे'
बिलावल ने कहा, 'मुझे एससीओ-सीएफएम में भाग लेने के लिए इस साल गोवा जाने का मौका मिला। एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की बैठक जल्दी ही भारत में होने वाली है। पाकिस्तान अभी एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री (शरीफ) की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए माध्यम तलाश ही रहा था, तभी भारत में डिजिटल बैठक करने की घोषणा कर दी।' उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन), संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय संगठनों के माध्यम से भारत के साथ बातचीत करने को प्रतिबद्ध है।
'भारत से दोस्ती के लिए प्रतिबद्ध पाकिस्तान'
बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान परस्पर सम्मान और संप्रभु समानता के आधार पर भारत के साथ सहयोगात्मक और अच्छे पड़ोसियों वाले संबंध बनाए रखने को भी प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सभी प्रमुख शक्तियों के साथ अच्छे संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अमेरिका और चीन के अलावा इसमें रूस, यूरोप और जापान के साथ-साथ ASEAN और रिपब्लिक ऑफ कोरिया भी शामिल हैं। भारत ने इस महीने की शुरुआत में एससीओ की चार जुलाई को होने वाले शिखर सम्मेलन के डिजिटल आयोजन की घोषणा की थी।