राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से राजभवन में राज्य प्रशासनिक सेवा (वर्ष 2018 एवं 2019) के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी की महानिदेशक श्रीमती रेणु जी पिल्ले भी उपस्थित थीं।
राज्यपाल सुश्री उइके ने अधिकारियों को स्थानीय लोगों से तालमेल के साथ कार्य करने एवं केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता और व्यवहारिकता के साथ कार्य करने से अनेकों बड़ी समस्याएं भी आसानी से हल हो जाती है। राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य राज्य है। यहां के अनेक क्षेत्र पांचवी अनुसूची के तहत आते हैं। आदिवासियों की समस्याओं को संवेदना के साथ सुलझाने का प्रयास करें। उन्होंने राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों से पेसा कानून का अध्ययन करने को भी कहा। उन्होंने अधिकारियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर अकादमी के प्रशिक्षण संचालकद्वय श्री प्रदीप शुक्ला, श्रीमती सीमा सिंह, परिवीक्षाधीन डिप्टी कलेक्टर श्री श्रीकांत कोर्राम, श्री विश्वास कुमार, श्री नीरनिधि नंदेहा, श्रीमती सृष्टि चन्द्राकर, श्री सोनाल डेविड, सुश्री रूचि शार्दुल, सुश्री वर्षा बंसल, सुश्री हर्षलता वर्मा, सुश्री ऋचा शर्मा, सुश्री लेखा अजगल्ले, श्री विकास सर्वे, श्री अजय मोडियम, श्री सुमीत बघेल, श्री कमल किशोर, सुश्री चंदानी कंवर, सुश्री आकांक्षा पाण्डेय, डॉ. सुमित कुमार गर्ग उपस्थित थे।