पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने कनाडा स्थित लखबीर लांडा और पाकिस्तान स्थित हरविंदर रिंडा द्वारा चलाए जा रहे आईएसआई समर्थित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है।
यह जानकारी पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने दी। वहीं मॉड्यूल के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया और एक एके-56 राइफल, दो मैगजीन और 90 जिंदा कारतूस जब्त किए गए हैं। लांडा को हरविंदर सिंह का करीबी माना जाता है, जिन्होंने बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से हाथ मिलाया और उनके आईएसआई के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। लांडा ने मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) आतंकी हमले की साजिश रचने में अहम भूमिका निभाई थी और अमृतसर में सब-इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह की कार के नीचे एक आईईडी भी लगाया था। गिरफ्तार लोगों की पहचान बलजीत सिंह मल्ही (25) और गुरबख्श सिंह के रूप में हुई है, दोनों फिरोजपुर के रहने वाले हैं।
डीजीपी यादव ने कहा कि एआईजी (काउंटर इंटेलिजेंस) जालंधर नवजोत सिंह महल के एक खुफिया नेतृत्व वाले ऑपरेशन में, पुलिस टीमों ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। उन्होंने कहा कि, पुलिस ने गुरबख्श सिंह द्वारा उसके गांव में चिन्हित स्थान से एक अत्याधुनिक एके-56 राइफल, दो मैगजीन, 90 कारतूस और दो गोलियों के खोल भी बरामद किए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि बलजीत इटली के हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी सांघेरा के संपर्क में था और उसके निर्देश पर बलजीत ने जुलाई में हथियारों की खेप उठाई थी। बाद में, उन्होंने परीक्षण फायर करने के बाद गुरबख्श के खेतों में खेप को छुपा दिया। उन्होंने कहा कि, यह भी पता चला है कि बलजीत लांडा खूंखार गैंगस्टरों के सीधे संपर्क में था। उन्होंने कहा कि आगे की जांच जारी है और जल्द ही और हथियारों की बरामदगी की उम्मीद है।
डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश पर गैंगस्टरों के खिलाफ जंग तब तक जारी रहेगी जब तक कि पंजाब गैंगस्टर मुक्त राज्य नहीं बन जाता।