वॉशिंगटन: पिछले महीने रूस के खिलाफ एक असफल विद्रोह करने वाले प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन के ठिकाने को लेकर अटकलें लग रही हैं। अमेरिका के एक पूर्व अधिकारी का दावा है या तो प्रिगोझिन मर चुके हैं और या फिर वह जेल में हैं। रिटायर्ड अमेरिकी जनरल रॉबर्ट अब्राम्स के मुताबिक हाल ही में क्रेमलिन ने 29 जून को पुतिन और प्रिगोझिन के बीच बैठक की पुष्टि की थी, जो झूठी है। एबीसी न्यूज के साथ कई विषयों पर बातचीत के दौरान उन्होंने यह दावा किया।
नाटो शिखर सम्मेलन और यूक्रेन के संघर्ष जैसे कई मुद्दों पर उन्होंने बात की। इस दौरान उन्होंने वैगनर ग्रुप के विद्रोह का भी वर्णन किया। अब्राम्स ने कहा, 'मेरा मानना है कि शायद ही हम कभी प्रिगोझिन को फिर से सार्वजनिक रूप से देख पाएंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि या तो वह कहीं छुप गया है, या जेल भेज दिया गया है या फिर उसे मार दिया गया है।' प्रिगोझिन के जिंदा होने की संभावना पर उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि वह जिंदा है और अगर है तो कहीं जेल में है।
पुतिन और प्रिगोझिन की नहीं हुई मीटिंग
हाल ही में रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन की ओर से कहा गया था कि विद्रोह के कुछ दिनों बाद 29 जून को पुतिन और प्रिगोझिन के बीच मुलाकात हुई थी। रूसी राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इसकी पुष्टि की थी। अब्राम ने इस मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा, 'मुझे हैरानी होगी अगर हम इस मीटिंग का असल में कोई प्रमाण देख सकें, जिससे पता चल सके कि दोनों की सच में मुलाकात हुई थी। मुझे लगता है मीटिंग की बात फर्जी है।'
मीटिंग में क्या हुआ था
दिमित्री पेसकोव ने कहा कि वैगनर आर्मी के कमांडर समेत प्रिगोझिन के साथ राष्ट्रपति पुतिन ने मीटिंग की थी। इस मीटिंग में कुल 35 लोग शामिल थे। पेसकोव के मुताबिक यहां राष्ट्रपति ने यूक्रेन की लड़ाई में वैगनर आर्मी की भूमिका की तारीफ की। उन्होंने यह भी दावा किया था कि पुतिन ने वैगनर कमांडरों के तर्क सुने और उन्हें एक बार फिर नौकरी का ऑफर दिया। प्रिगोझिन की अपील थी कि रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव को पद से हटाया जाए, लेकिन दोनों ही अपने पद पर है। हाल ही में यह भी खबर आई थी कि प्रिगोझिन को यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की को मारने का काम पुतिन ने सौंपा है। इसके बारे में आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं।