इस्लामाबाद: यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा दो दिवसीय यात्रा पर पाकिस्तान में हैं। पाकिस्तान को रूस ने संकट के समय मदद की है। ऐसे में यूक्रेन के विदेश मंत्री की इस यात्रा को लेकर रूस नाराज दिख रहा है। पाकिस्तान भी इस मौके पर फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। पाकिस्तान ने यहां पहले ही दिन कह दिया है कि दोनों देशों के बीच हथियारों से जुड़ी कोई भी डील नहीं हुई है। पाकिस्तान का कहना है कि वह यूक्रेन को हथियार नहीं दे रहा। हालांकि कई रिपोर्ट्स यह भी कहती रही हैं कि पाकिस्तान सीधे तौर पर नहीं, बल्कि किसी तीसरे देश के जरिए यूक्रेन तक हथियार पहुंचा रहा है।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक यूक्रेन के विदेश मंत्री चाहते हैं कि पाकिस्तान अपना न्यूट्रल पक्ष छोड़कर यूक्रेन का साथ दे। पाकिस्तानी पत्रकार कामरान यूसुफ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि रूस इस यात्रा से खुश नहीं दिख रहा। इसके पीछे उन्होंने दो कारण भी बताए हैं। उन्होंने बताया कि यूक्रेनी विदेश मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक रूसी पत्रकार को पाकिस्तान ने बाहर कर दिया था। यूक्रेन के कहने पर पाकिस्तान ने ऐसा किया था, जिसके बाद माना जा रहा है कि रूस इस पर कड़ी आपत्ति जाहिर कर सकता है।
पत्रकार को निकालने से भड़केगा रूस
रिपोर्ट के मुताबिक जिस रूसी पत्रकार को पाकिस्तान ने बाहर किया था वह आम तौर पर विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में दिख जाते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कौन शामिल होगा और कौन नहीं ये फैसला लेना पाकिस्तान का अधिकार है। लेकिन यूक्रेन के कहने पर एक रूसी पत्रकार को निकाल देना रूस को भड़काने के लिए काफी है। इसके अलावा हाल ही में विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने एक रात्रिभोज का आयोजन किया था। इसमें पाकिस्तान में मौजूद हर देश के दूतावास से राजदूत और उच्चायुक्त मौजूद थे। लेकिन इसमें रूस के राजदूत शामिल नहीं हुए।
पाकिस्तान के डिनर में शामिल नहीं हुआ रूस
दरअसल पाकिस्तान में गठबंधन सरकार का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है। ऐसे में बिलावल ने मंगलवार को एक फेयर-वेल डिनर का आयोजन किया था। यहां पाकिस्तान ने भारत, यूक्रेन, अमेरिका और चीन समेत सभी देशों के राजनयिकों को बुलाया था। इस डिनर में शामिल होने के लिए रूस को आमंत्रित किया गया था, जिस पर रूस ने कहा था कि उसके राजदूत इसमें समय की कमी के कारण शामिल नहीं हो सकते। इस पूरे डिनर में रूस का कोई भी प्रतिनिधि नहीं था। रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन के विदेश मंत्री की यात्रा से रूस खुश नहीं है और अपना विरोध इस तरह दर्ज कराया है।