बैठक के दौरान मितान क्लब योजना की समीक्षा एवं जिलों में क्रियान्वयन के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। सुकमा, नारायणपुर एवं दंतेवाड़ा से पहुंचे समन्वयकों ने बताया कि ग्रामीण स्तर पर मितान क्लब गठन प्रक्रिया अंतिम चरण पर है। कोरबा, कांकेर, महासमुंद, बालोद समन्वयकों ने योजना की तारीफ करते हुए कहा कि मितान क्लबों को लेकर युवाओं में उत्साह देखने को मिल रहा है। इससे युवाओं को आगे आने का अवसर मिलेगा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तारीफ करते हुए समन्वयकों ने कहा कि ग्रामीण जनजीवन एवं परिस्थितियों में सकारात्मक बदलाव दिखाई देने लगा है। यह मुख्यमंत्री की सोच का परिणाम है कि ग्रामीण अंचल में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। लोगों की आमदनी बढ़ी है, जिसके चलते बाजारों में रौनक और रोजगार व्यवसाय के स्थिति बेहतर हुई है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री सलाहकार प्रदीप शर्मा ने कहा कि चर्चा परिचर्चा और सहभागिता से बड़े और बेहतर रास्ते निकलते हैं। उन्होंने कहा कि नरवा, गरवा, धुरवा बारी प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ सरकार की उपलब्धि है। छत्तीसगढ़ मॉडल चर्चा का विषय है। आज विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि हमारी योजना का अवलोकन करने आते हैं। किसी को इस बात का अनुमान नहीं था की गोवर से आय भी हो सकती है. आज गोवर बेचने से लेकर वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने और गौठान के संचालन तक में हमारी महिलाएं आगे हैं। मितान क्लब भी ऐसी ही एक योजना है. छत्तीसगढ़ में मितान बधने की परम्परा रही है। जिस परम्परा को आगे ले जाने हेतु ऐसी योजनाओं को जमीन पर लाया जा रहा है। मोबाइल और इन्टरनेट के युग में लोगों को आपस में जोडऩे और सामूहिक गतिविधियों को बढ़ावा देना अत्यंत आवश्यक हो चुका है। परस्पर संवाद बनाये रखने, ग्रामीण आयोजनों में युवाओं को आगे लाने और समाज सेवा से लेकर अंतिम व्यक्ति तक शासकीय सेवाओं योजनाओं को ले जाने मितान क्लब योजना सहायक होगी।
बैठक में उपस्थित योजना के शासी सदस्य एवं प्रभारी देवेन्द्र यादव ने कहा कि यह मुख्यमंत्री की मंशा और सोच रही की हम जैसे युवाओं को आज सरकार का हिस्सा बनने का मौका मिला है। मितान क्लब योजना से सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, कला, नेतृत्व विकास, खेल, कौशल विकास जैसे सभी क्षेत्रों में युवाओं को अवसर मिलेगा।
इस बैठक में सभी विधायकों और समन्वयकों ने इस बात पर जोर दिया कि जिला स्तर पर योजना को लेकर समीक्षा बैठक रखी जाये और क्रियान्वयन पर तेजी लायी जाए जिसके पश्चात यह निर्णय हुआ की जल्द ही शासी निकाय के सदस्य जिलों में बैठक लेंगे और योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे। शीघ्र ही मितान क्लब के कैलेंडर का विमोचन कर क्लब स्तर पर सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल एवं अन्य आयोजन किए जायेंगे। वहीं मितान क्लबों के बीच भी स्पर्धा का आयोजन किया जावेगा, प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों एवं वार्डों में मितान क्लव गठन के साथ ही सक्रिय क्लबों को शीघ्र ही प्रोत्साहन राशि हस्तांतरित की जायेगी।