संघ परिवार ईसाई समुदाय को जोड़ने की कोशिशों में जुटा है। अब पहली बार अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री जॉन बारला मेघालय हाउस में शुक्रवार को क्रिसमस भोज की मेजबानी करेंगे। RSS से जुड़े राष्ट्रीय ईसाई मंच के इस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर से केरल तक के चर्च प्रमुख भाग लेंगे। RSS के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार के भी कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है।
ये पहली बार होगा जब राष्ट्रीय ईसाई मंच की ओर से उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के चर्च प्रमुखों को भी आमंत्रित किया जा रहा है, जहां पिछले कुछ समय से पादरियों, चर्चों और ईसाइयों के कुछ संस्थानों पर हमलों की घटनाएं सामने आईं हैं।
RSS की सलाह- वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा न बनें
भाजपा नेताओं का मानना है कि चर्च और चर्च प्रमुखों को भी राजनीतिक रूप से तटस्थ रहना चाहिए। ईसाई समुदाय भी यही कहता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी बार बड़ी जीत के बाद RSS और भाजपा के साथ दूरी रखना ठीक नहीं है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ परिवार ने चर्च प्रमुखों को ये बता दिया है कि वे वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा न बनें।
इस दिशा में RSS ने अब तक क्या कदम उठाए...