मॉस्को/वॉशिंगटन : यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के बाद से रूस और अमेरिका के बीच तनाव चरम पर है। ऐसे में एक रिपोर्ट दावा कर रही है कि पश्चिमी एशिया में दोनों की 'भयानक' झड़प हुई है जिसमें एक रूसी फाइटर जेट ने अमेरिकी रीपर ड्रोन पर हमला कर दिया। सीरिया में आईएसआईएस आतंकवादियों के खिलाफ अमेरिकी वायु सेना के मिशन में रूसी लड़ाकू विमानों ने 'खतरनाक' तरीके से दखल दिया। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह घटना रविवार को हुई, जब एक एमक्यू-9 रीपर खोजबीन कर रहा था।
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, झड़प के रोंगटे खड़े कर देने वाले वीडियो में एक रूसी एसयू-35 फाइटर जेट को ड्रोन के बेहद करीब आते हुए देखा जा सकता है। इसके बाद विमान ड्रोन के रास्ते में गोले बरसाता हुआ प्रतीत होता है। रिपोर्ट के अनुसार, प्रोजेक्टाइल ने अमेरिकी ड्रोन को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। अमेरिकी वायु सेना के प्रवक्ता ने दावा किया कि यह घटना आईएसआईएस आतंकियों को निशाना बनाने वाले एक मिशन के दौरान हुई।
ड्रोन से कुछ ही मीटर दूर था विमान
अमेरिकी हवाई बेड़ा पश्चिमी एशिया में खतरनाक आतंकवादियों को मारने के लिए छापेमारी कर रहा है। लेफ्टिनेंट जनरल एलेक्सस ग्रिनकेविच ने कहा, '23 जुलाई, 2023 को देर रात 12:23 बजे एक रूसी लड़ाकू विमान ने आईएसआईएस के खिलाफ मिशन पर अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन के करीब 'खतरनाक ढंग से' उड़ान भरी। इसने एमक्यू-9 के रास्ते को बाधित किया और विमानों के बीच सिर्फ कुछ मीटर की दूरी के साथ गोले दागे।
पश्चिमी एशिया में आमने-सामने रूस और अमेरिका
उन्होंने कहा, 'रूसी गोलेबारी में यूएस एमक्यू-9 गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। अच्छी बात यह रही कि एमक्यू-9 चालक दल उड़ान बनाए रखने और ड्रोन को उसके बेस तक सुरक्षित पहुंचाने में कामयाब रहा।' इससे पहले रूसी विमानों के एक अन्य बेड़े ने कथित तौर पर इस महीने पश्चिमी एशिया में ही दो बार अमेरिकी ड्रोन पर हमला किया था। 5 जुलाई को, रूसी एसयू-35 लड़ाकू विमानों ने कई अमेरिकी ड्रोनों की ओर गोलेबारी की जिससे सभी के दुर्घटनाग्रस्त होने का गंभीर खतरा पैदा हो गया।