साल 2015 में, पाकिस्तानी महिला चंदा खान समझौता एक्सप्रेस ट्रेन से भारत के भीतर 100 किमी से अधिक की यात्रा करने में कामयाब हुई थी। बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस 'सबसे अधिक जांच की जाने वाली ट्रेन' है जो 2019 में कश्मीर से अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से बंद चल रही है। चंदा खान उर्फ फौजिया ने समझौता एक्सप्रेस से अटारी सीमा पार की थी और बिना किसी टिकट या पासपोर्ट के पंजाब के जालंधर तक यात्रा की थी जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
क्यों भारत आई थी चंदा?
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, गिरफ्तारी के बाद चंदा खान ने दावा किया कि वह 'दरगाहों' पर जाने और अभिनेता सलमान खान और शाहरुख खान से मिलने के लिए भारत आई थी। चंदा पंजाबी, उर्दू और हिंदी बोल सकती थी और खुद को कराची का बताती थी। खुद को 27 साल का बताने वाली चंदा ने 30 जुलाई 2015 को पाकिस्तान के वाघा स्टेशन से ट्रेन पकड़ी थी। उसके पास एक बैग था जिसमें कुछ दवाइयां और कुछ पाकिस्तानी रुपए थे लेकिन कोई पासपोर्ट या वीजा नहीं था।
जालंधर में पकड़ी गई चंदा खान
चंदा खान अटारी पहुंची जहां सभी यात्रियों को दिल्ली की ओर आगे बढ़ने से पहले सीमा शुल्क और आव्रजन मंजूरी से गुजरना पड़ा। हालांकि चंदा सभी औपचारिकताओं से बचते हुए ट्रेन में ही अपना सफर जारी रखने में कामयाब हुई लेकिन जालंधर पहुंचने पर वह फंस गई। जब वह टिकट, पासपोर्ट या अन्य कोई संबंधित दस्तावेज नहीं दिखा पाई तो उसे रात 10 बजे जालंधर स्टेशन पर उतार दिया गया।
समझौता एक्सप्रेस जालंधर में नहीं रुकती है लेकिन चंदा को उतारने के लिए फिरोजपुर डिवीजन से विशेष स्टॉपेज की मांग की जहां उसे रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। चंदा खान को दो साल जेल की सजा सुनाई गई और सजा पूरी करने के बाद 2018 में उसे वापस पाकिस्तान भेज दिया गया।