पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम पर अंगुली उठाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति
जो बाइडेन ने पाक को दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में एक कहा था। बाइडेन के
बयान के बाद पाकिस्तान में बवाल मच गया है। विपक्षी नेताओं से लेकर मीडिया
और आम लोग इसे पाक की शहबाज शरीफ की सरकार के लिए बड़ी फजीहत मान रहे हैं।
अब मामले में खुद शहबाज ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उनके बयान से लगता है कि
वह इस मामले को हल्के में नहीं छोड़ने वाले हैं।
जो बाइडेन के 'पाकिस्तान दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में एक' वाले बयान के बाद पाकिस्तान में उथल-पुथल मच गई है। पाक विदेश मंत्रालय ने पहले अमेरिकी राजदूत को तलब करके स्पष्टीकरण मांगा। अब खुद पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम शहबाज शरीफ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
शरीफ ने शनिवार को अंतर सरकारी संगठन के दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए ट्वीट किया, "मैं स्पष्ट रूप से दोहराता हूं कि पाकिस्तान एक जिम्मेदार परमाणु संपन्न देश है और हमें गर्व है कि हमारी परमाणु संपत्ति में आईएईए (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) की आवश्यकताओं के अनुसार सर्वोत्तम सुरक्षा उपायों का पालन करती है।"
शहबाज आगे लिखते हैं, “हम इन सुरक्षा उपायों को अत्यंत गंभीरता से
लेते हैं। किसी को इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।” साथ पाक पीएम
कार्यालय ने जो बाइडेन के बयान को "तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक" बताया
है।
गौरतलब है कि बीते रोज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने डेमोक्रेटिक कांग्रेस की अभियान समिति के स्वागत समारोह में रूस के व्लादिमीर पुतिन की बात करते हुए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पाकिस्तान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा था, "मुझे लगता है कि शायद दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक पाकिस्तान भी है। बिना किसी प्रकार के नियमों के परमाणु हथियार उसके पास हैं।"
बताते चलें कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंधों में खटास और मिठास ऊपर-नीचे होती रहती है। कभी अमेरिका आतंकपरस्त देश पाकिस्तान को हथियारों और आर्थिक मदद करके अपना अलग ही चेहरा दुनिया को दिखाता है तो कभी अंतरराष्ट्रीय मंच पर लताड़ लगाकर दुनिया के सामने अपनी अलग छवि दिखाने की कोशिश करता है।