वॉशिंगटन/ इस्लामाबाद: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अमेरिका के बेहद अहम दौरे पर हैं। पीएम मोदी की इस यात्रा पर पाकिस्तान और चीन में बेचैनी साफ देखी जा रही है। चीन के सरकारी भोंपू ग्लोबल टाइम्स ने तो कई लेख लिखकर अपनी बौखलाहट का प्रदर्शन किया है। वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने भी कहा है कि अगर पाकिस्तान की कीमत पर भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती नहीं बढ़ रही है तो 'हमें कोई दिक्कत नहीं है।' इस बीच एक पाकिस्तानी विश्लेषक और पत्रकार हमजा अजहर सलाम ने पाकिस्तान को पीएम मोदी से कूटनीति सीखने की सलाह दी है।द पाकिस्तान डेली अखबार के संपादक हमजा अजहर ने पीएम मोदी और दुनिया के शीर्ष अरबपतियों में शामिल एलन मस्क के बीच मुलाकात के बाद यह टिप्पणी की। हमजा ने कहा, 'पाकिस्तान को भी पीएम मोदी की नीति का पालन करना चाहिए और उनकी हालिया कूटनीतिक यात्राओं से कूटनीति को सीखना चाहिए। भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने एलन मस्क से बात की। मस्क तकनीक की दुनिया में एक वैश्विक लीडर हैं। वहीं दुनिया के साथ योगा कर रहे हैं जो भारत की साफ्ट पावर की छवि को दर्शाता है। पाकिस्तान को भी साफ्ट पॉवर की जरूरत है।'
भारत ने विश्व स्तर पर एक अमिट छाप छोड़ी
कई और पाकिस्तानी विश्लेषकों ने पीएम मोदी की कूटनीति की तारीफ की है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक खंडित दुनिया को एक साथ लाने के उद्देश्य से यूं तो विभिन्न प्रकार की पहल की हैं लेकिन बुधवार को मनाए जा रहे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ने अपनी सार्वभौमिक स्वीकृति के साथ विश्व स्तर पर एक अमिट छाप छोड़ी है। इस वार्षिक आयोजन में योग गतिविधियों का समर्थन करने और इसमें भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में राष्ट्रों को एक साथ आते देखा गया है। इन सभी वजहों से प्राचीन भारतीय योगाभ्यास दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य आंदोलन के रूप में उभर रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में कई देशों की सक्रिय भागीदारी देखी गई है, जो शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए एक परिवर्तनकारी अभ्यास के रूप में योग की वैश्विक मान्यता को प्रदर्शित करती है। मोदी बुधवार, 21 जून को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में विश्व निकाय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में अपने संबोधन के दौरान योग को समर्पित एक दिन का विचार रखा था और 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्य देशों ने सर्वसम्मति से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने पर सहमति जताई थी।
पीएम मोदी ने 9 साल में की हैं ये वैश्विक पहल
प्रधानमंत्री के रूप में अपने नौ वर्षों के दौरान मोदी द्वारा की गई कुछ अन्य वैश्विक पहल इस प्रकार हैं :- मोटे अनाज का अंतरराष्ट्रीय वर्ष: वर्ष 2023 को मोटे अनाज के अंतरराष्ट्रीय वर्ष (आईवाईएम) के रूप में घोषित करने का आह्वान मोदी ने किया था, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा स्वीकार कर लिया गया। मोदी ने आईवाईएम 2023 को जन आंदोलन बनाने के अपने दृष्टिकोण को भी साझा किया है। अधिकारियों ने कहा कि इस पहल ने स्थायी कृषि, पोषण और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने में मोटे अनाजों के महत्व पर ध्यान आकर्षित किया है।
उन्होंने कहा कि आईवाईएम के दौरान प्रधानमंत्री के प्रयास सतत कृषि, पोषण और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने में बाजरा के महत्व को उजागर करने के लिए वैश्विक मोटा अनाज (श्री अन्न) सम्मेलन में दुनिया को एक साथ ले आए। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए): इसकी शुरुआत की घोषणा मोदी और फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने नवंबर 2015 में पेरिस में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी-21) के 21वें सत्र में की थी। इसका उद्देश्य सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के माध्यम से जलवायु परिवर्तन को संबोधित करना है। 100 से अधिक देश आईएसए आंदोलन में शामिल हो गए हैं।