इस दौरान उन्होंने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मानव तस्करी की रोकथाम और शोषित वर्ग विशेषकर महिला एवं बच्चों को समाज के केंद्र बिंदु में लाना है। समाज में व्याप्त कुप्रभाव और कुरीतियों के प्रति जागरूक करना सक्रिय अपराधियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाना व मानव तस्करी एवं महिला संबंधी अपराधों की रोकथाम में समाज की सकारात्मक भूमिका के लिए प्रोत्साहित करना है। उन्होंने बताया कि नवरात्रि के समय पूर्व में भी मानव तस्करी के कई अपराध हुए हैं जहां छोटे शहरों एवं ग्रामीण अंचलों से महिलाओं एवं बालिकाओं को बहला-फुसलाकर बड़े शहर ले जाकर गलत कार्यों में ढकेल दिया जाता है इसीलिए यह विशेष अभियान नवरात्रि की नवमी तक चलेगा।