पेरू में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां पुरातत्वविदों को
दर्जनों बच्चों के कंकाल मिले हैं और आने वाले समय में कई और मिलने की
आशंका है। इन बच्चों को बलि देकर मौत के घाट उतारा गया था। कंकाल पर नजर
डालें तो पता चलता है कि बच्चों के दिल निकाल लिए गए थे। फ्लोरिडा
विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर गेब्रियल प्रीतो ने कहा, जो हुआंचाको के
पास पम्पा ला क्रूज़ में खुदाई हुई, जहां पर बच्चों के अवशेष पाए गए।
उन्होंने कहा, ''सभी 76 कंकालों में ट्रांसवर्सल क्लीन कट था, जिससे पता
चलता है कि संभवतः रिब केज को खोल दिया और फिर दिल को निकाल लिया गया।''
लाइव साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, प्रोफेसर प्रीतो ने ईमेल के जरिए
बताया बच्चों को पूर्व की ओर पैरों के साथ एक विस्तारित स्थिति में दफनाया
गया था। उन्हें एक कृत्रिम टीले के ऊपर दफनाया गया। यह स्पष्ट नहीं है कि
बलिदान इसी जगह पर दिया गया था या नहीं। उन्होंने आगे कहा, ''हमने सोचा था
कि क्षेत्र, और विशेष रूप से टीला बलि से मुक्त होगा, लेकिन हमने इसे इसके
विपरीत पाया।'' पम्पा ला क्रूज़ में कई वर्षों से खुदाई चल रही है। अब तक,
323 बच्चों के कंकाल पाए जा चुके हैं। इसे अलावा 137 अन्य बच्चे और तीन
वयस्क लास लामास नामक एक नजदीकी साइट पर पाए गए थे। इन अवशेषों से यह भी
पता चलता है कि बच्चों के दिल निकाल दिए गए थे।
प्रोफेसर प्रीतो ने कहा कि अब तक मिले पुरातात्विक खोजों के आधार पर,
हुआंचाको के पास कई और बच्चों की बलि मिलने की आशंका है। यह 1,000 से अधिक
हो सकते हैं। प्रीतो ने कहा कि 76 नए खुले कंकालों पर रेडियोकार्बन डेटिंग
की जरूरत है। इंडियाना विश्वविद्यालय-पर्ड्यू विश्वविद्यालय फोर्ट वेन में
मानव विज्ञान के अध्यक्ष रिचर्ड सटर ने कहा, जो हुआंचको में काम करने वाली
टीम का हिस्सा हैं, हुआंचाको में रहने वाले लोग भी क्षेत्र में मानव बलि का
अभ्यास करते थे। वहीं, खुदाई में शामिल नहीं होने वाले विद्वानों ने बताया
कि हुआंचाको में खोज महत्वपूर्ण हैं। वहीं, टीम पेरू के संस्कृति मंत्रालय
से कुछ नमूनों को विदेश ले जाने की अनुमति का अनुरोध कर रही है ताकि अधिक
सटीक तारीखों को निर्धारित करने के लिए नमूनों का परीक्षण किया जा सके।