जोशीमठ: उत्तराखंड के जोशीमठ में बदले मौसम ने लोगों की चिंताओं को बढ़ा दी है। बर्फवारी के कारण लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण आसमान से आफत बरस रही है। कभी इस बर्फबारी से गुलजार होने वाला जोशीमठ अब इसके रुकने की मन्नत मांग रहा है। मलवे पर बसे शहर जोशीमठ की जमीन के भीतर मची हलचल ने लोगों के आशियानों को तबाह कर दिया है। 678 से अधिक घरों में दरारों की रिपोर्ट अब तक आ चुकी है। वहीं, अब बर्फबारी से इन दरारों में वृद्धि होने की आशंका जताई जा रही है। जर्जर हो चुके घरों के दरकने और ढहने का भी खतरा बढ़ सकता है। बिगड़ती स्थिति को संभालने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं मोर्चा संभाला है। उन्होंने जोशीमठ पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। आपदा प्रभावित लोगों के बीच राहत का वितरण करने के लिए करीब 41 करोड़ रुपये चमोली जिला प्रशासन को जारी कर दिए गए हैं।
बर्फबारी ने बढ़ाई है चिंता
जोशीमठ में बर्फबारी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। जोशीमठ के सुनील वार्ड में भारी बर्फबारी का वीडियो सामने आया है। जोशीमठ से मोनिका पंवार ने बताया कि यहां तेज बर्फबारी हुई है। इससे मकानों से लेकर सड़कों तक पर बर्फ जम गई है। लोगों को ठंड के मौसम में अपने घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है। दरकती दीवारों पर टंगी छतें खतरनाक हो रही हैं। बर्फ का लोड पड़ने के कारण छतों के दबने का अंदेशा है।औली में भी भारी बर्फबारी
बदले मौसम के बीच औली में भारी बर्फबारी हुई है। यहां हर साल सर्दियों में लोग बर्फबारी का आनंद लेने आते हैं। औली की बर्फबारी देखने के लिए जोशीमठ की तरफ से ही रास्ता है। लेकिन, सड़कों में आई दरारों और खतरे को देखते हुए सैलानियों की संख्या में कमी देखी जा रही है।गृह मंत्रालय की भी नजर
जोशीमठ की स्थिति पर गृह मंत्रालय की भी नजर है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस मामले पर बैठक कर सकते हैं। इस प्रकार की सूचना सामने आ रही है। वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ का जायजा लेने के बाद स्थिति को अधिक बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति पर नजदीकी नजर बनाए हुए है। लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।