नई दिल्ली: इंडियन आर्मी को जेट पैक सूट की जरूरत है। यह ऐसा सूट होता है जिसे पहनकर सैनिक उड़ सकते हैं। आर्मी ने पिछले महीने इसके लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल जारी किया था। अब आर्मी उन सभी उड़ने वाली सूटों का ट्रायल लेने वाली है जो भारतीय कंपनियों ने बनाए हैं। आर्मी अगले हफ्ते हाई एल्टीट्यूट एरिया में जेट पैक सूट का ट्रायल लेगी और देखेगी कि कौन आर्मी की जरूरत के हिसाब से खरा उतरता है। बैंगलुरू में शुक्रवार को खत्म हुए एयरो इंडिया में भी जेट पैक सूट दिखाई दिया।जान लीजिए फ्लाइंग सूट के स्पेशल फीचर्स
आर्मी को 48 जेट पैक सूट चाहिए। आर्मी की जरूरत के मुताबिक इस सिस्टम का वजन 40 किलो से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इसमें सुरक्षित टेक ऑफ, फ्लाइट और लैंडिग का फीचर होना चाहिए। यह टर्बाइन इंजन, इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड सिस्टम वाला हो सकता है। इसकी स्पीड कम से कम 50 किलोमीटर प्रति घंटे की हो साथ ही कम से कम 8 मिनट फ्लाइट टाइम हो। यह माइनस 10 से प्लस 45 डिग्री तक ऑपरेट कर सके। एयरो इंडिया में एक भारतीय कंपनी ने जेट पैक सूट को प्रदर्शित किया। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर राघव रेड्डी ने बताया कि यह सूट टर्बो इंजन से चलता है। यह 80 किलो के वजन के व्यक्ति को उठा सकता है और जेट सूट का खुद का वजन करीब 40-50 किलो तक हो सकता है। यह जब तक जमीन में है तब तक इसका वजन महसूस होता है और जब इंजन स्टार्ट होता है तो यह हल्का लगने लगता है। यह एक हल्की फ्लाइंग मशीन है। अभी फ्रांस, ब्रिटेन सहित दूसरे यूरोपियन देशों में इसका क्रेज है।जेट पैक सूट से 9 मिनट तक उड़ सकेंगे सैनिक
राघव ने बताया कि उनकी कंपनी ने जो जेट पैक सूट बनाया है वह 7 से 9 मिनट तक उड़ सकता है। इसकी स्पीड 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा है। दरअसल कई ऐसी स्थितियां हैं जहां आर्मी को इस तरह की उड़ने वाली सूट की जरूरत है। कहीं पर कोई खतरे की पहचान हुई है और तुरंत वहां पहुंचकर इंटरसेप्ट करना है तो यह सूट उपयोगी हो सकता है। कहीं लैंड स्लाइड हो गया है और वहां वीइकल नहीं जा सकता या फिर ब्रिज टूट गया हो और दूसरी तरफ जाना हो तो सैनिक को भेजने के लिए जेट पैक सूट का इस्तेमाल किया जा सकता है। कई बार ऐसी स्थिति में तुरंत हालात का जायजा लेना जरूरी होता है और खराब मौसम की वजह से हेलिकॉप्टर भी उड़ान नहीं भर सकता, साथ ही यह महंगा ऑप्शन भी है। ऐसे में सैनिक जेट पैक सूट के सहारे उड़कर जायजा ले सकते हैं।