प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस वक्त उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे उस वक्त आदिवासी समाज के पुजारी भी कार्यक्रम में शामिल होंगे. पीएम के दौरे की तैयारियों को लेकर हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस सिलसिले में निर्देश जारी किए हैं. सरकार की तैयारी आदिवासी समाज में धार्मिक अनुष्ठान करवाने वाले तड़वी, पटेल, पुजारा समाज के लोगों को आमंत्रित करने की है. इसके अलावा अन्य प्रमुख पुजारी भी लोकार्पण कार्यक्रम से जुड़ेंगे. मुख्यमंत्री ने इन सभी को आमंत्रित करने के संबंध में निर्देश दिए हैं. महाकाल कॉरिडोर के लोकार्पण से पहले 6 से 11 अक्टूबर तक अलग अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
क्या है तैयारी ?
महाकाल प्रोजेक्ट के लोकार्पण के मौके पर उज्जैन सहित प्रदेश के सभी जिलों
में प्रमुख मंदिरों को सजाया जाएगा. उज्जैन नगर में स्थित 84 महादेव मंदिर
को विशेष साज सज्जा होगी. उज्जैन में लोकार्पण कार्यक्रम में विभिन्न
समुदायों के प्रमुख प्रतिनिधियों के साथ संतों को आमंत्रित किया जा रहा है.
कार्यक्रम से भजन मंडलियों और अखाड़ों को जोड़ने, आमजन को पीले चावल देकर
आमंत्रित किया जा रहा है.
उज्जैन में कैबिनेट
इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले उज्जैन में शिवराज कैबिनेट
की अहम बैठक भी होने जा रही है. आज दोपहर 12.30 बजे उज्जैन में शिवराज
कैबिनेट की बैठक होगी. बैठक में सरकार के सभी मंत्री मौजूद रहेंगे. उसमें
खास तौर पर पीएम के हाथों महाकाल कॉरिडोर के लोकार्पण कार्यक्रम पर चर्चा
की जाएगी. माना जा रहा है कि कैबिनेट बैठक के बाद सरकार के सभी मंत्री
महाकाल कॉरिडोर का दौरा भी करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11
अक्टूबर के उज्जैन दौरे को भव्य बनाने के लिए तैयारियों पर मंथन किया
जाएगा.