दरअसल, क्रीज पर अफगानिस्तान के बल्लेबाज रहमनुल्लाह गुरबाज थे। गुरबाज ने सिक्स लगाने की कोशिश की, लेकिन गेंद को उतना एलिमेशन नहीं मिला और उस वजह से गेंद फील्डर दनुश्का गुणाथिलका के पास चली गई। गेंदबाज ने अच्छी तरह से कैच पकड़ा, लेकिन उसी समय पैर बाउंड्री लाइन से लग गया। श्रीलंका की टीम का हर खिलाड़ी आश्वस्त था कि उन्हें विकेट मिल गया और टीम के खिलाड़ियों के बीच सेलिब्रेशन जारी था, लेकिन इसी बीच श्रीलंकाई टीम के खिलाड़ियों की खुशी गम में बदल गई, क्योंकि थर्ड अंपायर ने पाया कि गुरबाज आउट नहीं हैं।
श्रीलंका के फील्डर गुणाथिलका का पैर बाउंड्री लाइन से टकरा गया था और इस स्थिति में थर्ड अंपायर ने 6 रन दिए। इसके बाद रहमनुल्लाह गुरबाज का बल्ला जमकर बोला और उन्होंने 22 गेंदों में अर्धशतक जड़ दिया। वे 45 गेंदों में 4 चौके और 6 छक्कों की बदौलत 84 रन बनाकर आउट हुए। उन्हीं की इस पारी की बदौलत अफगानिस्तान की टीम ने 176 रन का टारगेट श्रीलंका के सामने रखा। हालांकि, इसे श्रीलंका की टीम ने हासिल कर लिया, लेकिन रहमनुल्लाह गुरबाज को 84 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलने के लिए इस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।