पाकिस्तान में आतंकियों ने शनिवार को एक मंत्री और कुछ टूरिस्ट्स को किडनैप
कर लिया। इन आतंकियों ने बदले में पाकिस्तान की जेल में बंद जेहादियों की
छोड़ने की मांग रखी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला खैबर पख्तूनवा
और गिलगिट बाल्टीस्तान का है। बताया जाता है कि इस अपहरण को
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को अंजाम दिया है। आतंकियों ने पाकिस्तान के
खैबर पख्तूनख्वा (केपी) को गिलगिट-बाल्टिस्तान (जीबी) से जोड़ने वाली
प्रमुख सड़क को घेर लिया था। बताया जाता है कि बाद में आतंकियों ने सभी को
छोड़ दिया। वहीं आतंकियों ने मांग पूरी करने के लिए 10 दिन का समय दिया है।
इस्लामाबाद से जा रहे थे गिलगिट
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के वित्तमंत्री ओबैदुल्लाह बेग दो अन्य लोगों
के साथ इस्लामाबाद से गिलगिट जा रहे थे। इसी दौरान उनका अपहरण किया गया।
आतंकियों ने पाकिस्तानी मंत्री अब्दुल्लाह बेग और कुछ टूरिस्ट्स को किडनैप
कर लिया। किडनैपर्स ने जिन टेररिस्ट्स की रिहाई की मांग की है उन्होंने
नंगा पर्वत क्षेत्र में विदेशियों की भीषण हत्या की थी। इसके अलावा यह
आतंकी डायमेर में अन्य टेररिस्ट इंसीडेंट्स में शामिल थे। आतंकियों के
चंगुल से छूटने के बाद मंत्री बेग ने एक वीडियो जारी किया है।
मोस्ट वांटेड आतंकी की करतूत
बताया जाता है कि गिलगिट-बाल्टीस्तान के मोस्ट वांटेड आतंकी हबीबुर रहमान
ने इस अपहरण को अंजाम दिया था। हबीबुर रहमान नंगा
पर्वत में 10 विदेशियों की हत्या का आरोपी है। आतंकियों ने प्रांत में
इस्लामिक नियमों को लागू करने और महिलाओं को खेल से दूर रखने की मांग भी
रखी थी। जानकारी के मुताबिक इस घटना की जानकारी उस वक्त सामने आवई जब
गलियारे के दोनों ओर से पाकिस्तान के सीनेटरों ने प्रतिबंधित
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान द्वारा आतंकी एक्टिविटीज में इजाफे पर अलार्म
बजाया, जबकि एक सीनेटर ने हाल ही में जारी खतरे की चेतावनी के बारे में
जानकारी मांगी। आंतरिक मंत्रालय ने प्रतिबंधित संगठन द्वारा आतंकवादी हमलों
के बढ़ते जोखिम के बारे में बताया।