उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश की सभी शिक्षण संस्थाओं में विभिन्न चरणों में 15 अगस्त 2023 तक आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि यूजीसी के निर्देशानुसार अमृत महोत्सव सम्पूर्ण भारत की शिक्षण संस्थाओं में आयोजित किया जा रहा है। इसमें भारत की स्वतंत्रता के लिए सशस्त्र और अहिंसक आन्दोलन और सैनिक सहयोग आदि मार्गों से प्रत्यक्ष योगदान के साथ अध्यात्मिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, साहित्यिक, वैज्ञानिक विचारों और प्रयासों से स्वतंत्रता आंदोलन का वातावरण निर्माण करने वाले कई ज्ञात-अज्ञात व्यक्तियों के योगदान पर कृतज्ञता ज्ञापित की जाएगी।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश की सभी शासकीय-अशासकीय संस्थाओं को स्वाधीनता के अमृत महोत्सव की गतिविधियाँ करने के दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। इसमें 15 अगस्त 2023 तक सभी शिक्षण संस्थाओं में हर माह एक प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी होगी। संगोष्ठी के विषय वैज्ञानिक, व्यापारी, पत्रकार, अधिवक्ता, किसान, श्रमिक और महिला आदि वर्ग के लोगों का स्वाधीनता संग्राम में योगदान होगा।
प्रदेश की सभी शासकीय-अशासकीय शिक्षण संस्थाओं में विभिन्न प्रतियोगिताएँ चित्रकला, निबंध लेखन, भाषण, फेंसी ड्रेस, कविता लेखन-गायन, गीत लेखन-गायन, प्रेरक कहानियाँ, रंगोली, पोस्टर आदि होंगी। पहला चरण 5 सितम्बर से 13 सितंबर 2022 तक होगा। द्वितीय चरण जिला स्तर पर 22 से 30 सितंबर 2022 तक होगा। जो भी प्रतियोगी जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करेंगे, उन्हें तृतीय चरण के लिये संभाग स्तर की प्रतियोगिताओं में सहभागिता करने का अवसर मिलेगा। संभाग स्तर की प्रतियोगिताएँ 10 से 18 अक्टूबर तक होंगी। चौथे चरण पर राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएँ विभिन्न संभागों में 10 से 15 अगस्त 2023 तक होंगी।
सभी कार्यक्रमों के लिये निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के सदस्य डॉ. विश्वास चौहान को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।