दुबई/रियाद: खाड़ी के दो सबसे प्रभावशाली मुस्लिम देशों सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ गई है। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सऊदी अरब के बेहद महत्वाकांक्षी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान के बीच भिड़ंत हो गई थी। सऊदी प्रिंस ने तो गत दिसंबर महीने में पत्रकारों के साथ दुर्लभ बातचीत में यहां तक आरोप लगा दिया था कि दशकों से हमारे सहयोगी दोस्त देश यूएई ने हमारी पीठ में छुरा घोपा है। इसके बाद सऊदी प्रिंस ने लंबे समय तक अपने 'गुरु' रहे शेख मोहम्मद से खुद को अलग कर लिया और अब दोनों के बीच खाड़ी देशों में वर्चस्व की जंग चल रही है।
इन दो मुस्लिम मित्र देशों के बीच यह वर्चस्व की जंग ऐसे समय पर छिड़ी है जब खाड़ी में अमेरिका का प्रभाव कमजोर हो रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी प्रिंस के इस बयान के बाद सब सन्न रह गए थे। सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने रियाद में स्थानीय पत्रकारों को दिसंबर में एक ऑफ द रेकॉर्ड ब्रीफिंग के लिए बुलाया था। सऊदी अरब और यूएई के बीच भड़का तनाव यह दिखाता है कि पश्चिम एशिया और वैश्विक तेल बाजार में भूराजनीतिक और आर्थिक शक्ति हासिल करने के लिए प्रतिस्पर्द्धा बढ़ती जा रही है।
सऊदी प्रिंंस और यूएई के राष्ट्रपति में बातचीत बंद
रिपोर्ट के मुताबिक दोनों शाही परिवारों में अब पश्चिम एशिया में अपना दबदबा कायम करने के लिए रंजिश शुरू हो गई है जहां अब अमेरिका की भूमिका कम हो रही है। मोहम्मद बिन सलमान MBS हों या शेख मोहम्मद MBZ दोनों ही बहुत महत्वाकांक्षी रहे हैं और हमेशा से ही खाड़ी देशों के प्रमुख खिलाड़ी बनने की तमन्ना रखते रहे हैं। बाइडन प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, 'कुछ स्तर पर अभी भी वे आपस में सहयोग कर रहे हैं। हालांकि दोनों के बीच अब उस तरह के रिश्ते नहीं रहे, जिस तरह के पहले थे।'
अमेरिकी अखबार ने दोनों नेताओं के करीबी लोगों के हवाले से बताया कि एक समय में एमबीएस और 62वर्षीय एमबीजेड के बीच बहुत करीबी संबंध थे लेकिन अब पिछले 6 महीने से ज्यादा समय से दोनों के बीच बातचीत नहीं हुई है। अब उनका निजी विवाद सार्वजनिक हो गया है। यूएई और सऊदी अरब के बीच यमन के युद्ध को लेकर मतभेद है। वहीं यूएई इस बात से हताश है कि सऊदी अरब तेल के दाम बढ़ाने के लिए दबाव डाल रहा है जिससे ओपेक के अंदर भी दरार पड़ती जा रही है।