ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में यूपी के आगरा मूल के 28 वर्षीय छात्र पर
जानलेवा हमला हुआ है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि देर रात सड़क पर पैदल
चलते वक्त हमलावर ने उस पर चाकू से 11 बार हमला किया। छात्र की हालत अभी
भी चिंताजनक बनी हुई है। उसके चेहरे, छाती और पेट पर गंभीर घाव हैं। पुलिस
ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरी ओर उसके मां-पिता अभी भी
ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए वीजा पाने की कोशिश में हैं। उन्होंने
केंद्र सरकार से मदद भी मांगी है।
सिडनी में न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहे 28 वर्षीय शुभम गर्ग पर 6 अक्टूबर को हमला किया गया था। उनके माता-पिता, जो उत्तर प्रदेश के आगरा में रहते हैं, ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए वीजा पाने की कोशिश कर रहे हैं। शुभम 1 सितंबर को IIT मद्रास से ग्रेजुएशन करने के बाद ऑस्ट्रेलिया गए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुभम 6 अक्टूबर की रात करीब 10.30 बजे सड़क से पैदल गुजर रहा था। इसी दौरान एक शख्स उससे टकराया और चाकू की नोंक पर पैसे मांगे। जब शुभम ने इनकार कर दिया तो हमलावर चाकू से कई वार करके शुभम को खून से लथपथ अवस्था में छोड़कर भाग निकला।
शुभम के चेहरे, छाती और पेट पर कई घाव हैं, रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उस अवस्था में भी वह पास के एक घर में जाने में कामयाब रहा और कुछ लोगों की मदद से उसे अस्पताल ले जाया गया। उधर, पुलिस ने मामले में 27 वर्षीय एक व्यक्ति को हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुभम को हमलावर के बारे में पता नहीं था। सूत्रों ने बताया कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यह एक नस्लवादी हमला था।
अपील पर हरकत में आई सरकार
शुभम को कई सर्जरी की जरूरत थी, उसकी बहन काव्या गर्ग ने ट्वीट में भारत
सरकार से आपातकालीन वीजा के साथ परिवार की मदद करने की अपील की गई है। बीते
बुधवार को पीएमओ, विदेश मंत्री एस जयशंकर और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को
टैग करके काव्या ने ट्वीट किया, "यूपी के रहने वाले 28 वर्षीय मेरे भाई
शुभम गर्ग पर ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में चाकू से 11 बार बेरहमी से हमला किया
गया था और वह गंभीर स्थिति में है। हम इस मामले में आपकी तत्काल मदद और
परिवार के सदस्य को उसकी देखभाल के लिए आपातकालीन वीजा चाहते हैं।"
काव्या ने गुरुवार को भी ट्वीट किया, "अपडेट !! मेरे भाई के कई
ऑपरेशन चल रहे हैं और डॉक्टर ने कहा कि शरीर में संक्रमण फैल रहा है। इस
मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तत्काल मदद के लिए अनुरोध करती
हूं।" परिवार की अपील के बाद सरकार हरकत में आई है।
ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग के एक प्रवक्ता ने बताया, "सिडनी में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने परिवार को सहायता प्रदान की है। ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग परिवार के एक सदस्य के लिए वीजा की सुविधा के लिए सहायता कर रहा है।"