बडगाम
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को
लेकर फिर से अल्टिमेटम दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश
जम्मू- कश्मीर और लद्दाख में सर्वांगीण विकास का लक्ष्य पीओके के हिस्से
गिलगित और बाल्टिस्तान तक पहुंचने के बाद ही हासिल किया जाएगा। उन्होंने
कहा कि पाकिस्तान पीओके में लोगों पर अत्याचार कर रहा है और उसे इसके अंजाम
भुगतने पड़ेंगे।
राजनाथ सिंह ने कहा, 'अभी तो हमने इस इलाके के विकास का आगाज भर किया है। अभी तो हमने उत्तर दिशा में चलना शुरू कर दिया है। हमारी यात्रा तो तब पूरी होगी जब हम 22 फरवरी 1949 को भारतीय संसद में सर्वसम्मत से पारित हुए प्रस्ताव को अमल में लाएंगे और अपने बचे हुए हिस्से जैसे गिलगित और बाल्टिस्तान तक पहुंच जाएंगे तो हमारा लक्ष्य पूरा हो जाएगा।’
शौर्य दिवस का आयोजन
भारतीय वायु सेना के आज ही के दिन 1947 में श्रीनगर पहुंचने की घटना की याद
में ‘शौर्य दिवस’ का आयोजन किया गया है। पाकिस्तान के पीओके में लोगों पर
किए गए अत्याचारों पर चेतावनी देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पड़ोसी देश
को इसके नतीजे भुगतने पड़ेंगे।
'पाकिस्तान को गुनाहों की कीमत चुकानी होगी'
राजनाथ ने कहा, ‘अक्सर निर्दोष भारतीयों पर अमानवीय घटनाएं होती रहती हैं।
इसके लिए पूरी तरह से पाकिस्तान जिम्मेदार है। पीओके के लोगों पर पाकिस्तान
जो अत्याचार कर रहा है, आने वाले समय में पाकिस्तान को अपने गुनाहों की
कीमत चुकानी पड़ेगी।' रक्षा मंत्री ने कहा, 'आतंकवाद का कोई धर्म नहीं है।
आतंकवादियों का एकमात्र उद्देश्य भारत को निशाना बनाना है।’
रक्षा मंत्री ने कहा कि पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 निरस्त करने के केंद्र के फैसले से जम्मू कश्मीर में लोगों के खिलाफ भेदभाव खत्म हो गया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर के लोगों के खिलाफ भेदभाव खत्म हो गया।’