भारतीय विदेशमंत्री जयशंकर ने अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प की शपथ के बाद मंगलवार को क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया। नए ट्रम्प प्रशासन में होने वाली ये पहली बड़ी बैठक थी। इसमें मीटिंग में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की ये पहली बैठक थी। वे पद संभालने के महज 1 घंटे बाद ही इसमें शामिल हुए। इसमें ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पेनी वोंग और जापान के इवाया ताकेशी शामिल हुए। चारों नेताओं ने ग्रुप फोटो भी खिंचवाई।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने इस बैठक को सहयोगी के साथ कार्य करने की प्रतिबद्धता के तौर पर बताया। जयशंकर ने X पर पोस्ट कर मीटिंग के लिए सहयोगियों को धन्यवाद दिया।
जयशंकर और रुबियो के बीच द्विपक्षीय बैठक
क्वाड की मीटिंग के बाद भारतीय और अमेरिकी विदेश मंत्रियों के बीच पहली द्विपक्षीय बैठक भी हुई। ये बैठक 1 घंटे से ज्यादा देर तक चली। इसमें भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा भी मौजूद रहे।
बैठक के बाद रुबियो और जयशंकर ने एक फोटो सेशन के दौरान मीडिया के सामने हाथ मिलाया और मुस्कुराते हुए कैमरों के लिए पोज दिए।
जयशंकर ने X पोस्ट कर लिखा-
विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के बाद मार्को रुबियो से पहली द्विपक्षीय बैठक करके प्रसन्नता हुई। हमने अपनी व्यापक द्विपक्षीय साझेदारी की समीक्षा की। विदेश मंत्री रुबियो इसके समर्थक रहे हैं। साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
इसके बाद, जयशंकर ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के साथ भी बैठक की।
क्वाड के लिए भारत आ सकते हैं ट्रम्प
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस साल क्वाड देशों की बैठक के लिए भारत के दौरे पर आ सकते हैं। भारत ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के नेताओं के साथ क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है। ये सम्मेलन अप्रैल या अक्टूबर में आयोजित किया जा सकता है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस साल के अंत तक अमेरिकी दौरे पर जा सकते हैं। इस दौरान वे व्हाइट हाउस में ट्रम्प के साथ औपचारिक बैठक में हिस्सा लेंगे। इससे पहले PM मोदी ने पिछले साल डेलावर में जो बाइडेन के साथ क्वाड की बैठक में हिस्सा लिया था।
क्वाड 2024 का आयोजन भारत में होना था,लेकिन जो बाइडेन के आग्रह पर भारत ने इसकी मेजबानी अमेरिका को दे दी थी।