इंदौर के एमवाय अस्पताल में शुरू हुई ब्लड कैंसर मरीजों के लिए कार टी सेल थैरेपी

Updated on 03-11-2024 12:33 PM
 इंदौर । शासकीय एमजीएम मेडिकल कॉलेज के एमवाय अस्पताल में ब्लड कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए कार टी सेल थैरेपी शुरू की गई है। दावा देश के किसी शासकीय अस्पताल में पहली बार यह थैरेपी शुरू हुई है। हाल ही में ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग और बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट ने बी-सेल एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया से पीड़ित मरीज पर इस थैरेपी का उपयोग किया गया।

डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि इस प्रक्रिया में मरीज के सफेद रक्त कणों को विशेष मशीन की मदद से एकत्रित किया गया, जिसके बाद जीन में बदलाव कर उन्हें कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और नष्ट करने योग्य बनाया गया।


20 दिन के बाद मरीज को वापस प्रत्यारोपित किया गया। अमेरिका, यूरोप, कनाडा, आस्ट्रेलिया, यूके जैसे देशों में इस थैरेपी की शुरुआत कुछ वर्ष पहले हो चुकी है, जबकि भारत में इस थैरेपी को आईआईटी मुंबई और टाटा मेमोरियल अस्पताल के सहयोग से विकसित किया गया है। वर्ष 2023 में भारत की केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन द्वारा इसे व्यावसायिक रूप से मंजूरी दी गई।


यह कार टी सेल थेरेपी

कार टी सेल थैरेपी एक प्रकार की इम्यूनोथेरेपी है, जिसमें मरीज के टी सेल्स को पुन: प्रोग्राम किया जाता है, ताकि वे कैंसर कोशिकाओं को पहचान कर उनका सफाया कर सकें। इस प्रक्रिया में पहले सफेद रक्त कणों को एकत्र कर टी सेल्स को अलग किया जाता है।


फिर, इन्हें एक विशेष रिसेप्टर- चाइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर्स के साथ जेनेटिकली इंजीनियर किया जाता है। यह रिसेप्टर्स टी सेल्स को कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने में मदद करते हैं। बाद में इन कार टी सेल्स को नियंत्रित वातावरण में बढ़ाकर मरीज के शरीर में फिर से डाल दिया जाता है, जहां ये कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करते हैं।


अमेरिका से सस्ती यहां

अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका में कार टी सेल थैरेपी का खर्च करीब चार करोड़ रुपये है, वहीं मध्य भारत में यह थैरेपी एक-तिहाई लागत में उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे अधिक मरीजों तक इसकी पहुंच बढ़ सके।


ये है इसके लाभ

  • एचएलए मैचिंग की आवश्यकता नहीं है, जिससे इसकी उपलब्धता बढ़ जाती है।
  • सीडी4 और सीडी8 टी सेल्स के साथ काम करती है।
  • कैंसर कोशिकाओं के प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और ग्लाइकोलिपिड्स को लक्षित करती है।
  • तेजी से ट्यूमर-स्पेसिफिक टी सेल्स का निर्माण।
  • ग्राफ्ट-वर्सस-होस्ट डिजीज का जोखिम कम करती है।
  • एक बार की थैरेपी का दीर्घकालिक प्रभाव।

मरीजों को उन्नत उपचार मिलेगा

यह पहल मध्य भारत में ब्लड कैंसर उपचार में काफी मददगार साबित होगी, जिससे अधिक मरीजों को उन्नत उपचार प्राप्त हो सकेगा। - डॉ. अशोक यादव 
अधीक्षक, एमवाय अस्पताल


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 11 January 2025
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर चंदनपुरा-मेंडोरा-मेंडोरी बाघ भ्रमण क्षेत्र में पर्यावरणीय असंतुलन की जांच के लिए बनाई गई कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश की है। इसमें कहा गया…
 11 January 2025
वित्त क्षेत्र में बदलते ट्रेंड के मुताबिक वित्त विभाग अब ऋण प्रबंधन, वित्तीय रणनीति, मार्केट रिसर्च और म्युनिसिपल बांड्स जैसे नए क्षेत्रों के एक्सपर्ट्स की सेवाएं लेने की तैयारी कर…
 11 January 2025
भोपाल। प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अभी तक 5 लाख 61 हजार 627 किसानों से 36…
 11 January 2025
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को पंडित खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय में आईएफएस मीट का उद्घाटन करते हुए कहा कि भोपाल दुनिया का एकमात्र शहर है, जिसकी सड़कों पर दिन…
 11 January 2025
खाद्य विभाग ने 1 से 9 जनवरी तक अलग-अलग इलाकों में 72 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से 1182 घरेलू गैस सिलेंडर जब्त किए हैं। इनकी कीमत 42 लाख रुपए से ज्यादा है।…
 11 January 2025
नेशनल ह्यूमन ट्रैफिकिंग अवेयरनेस डे आजप्रदेश में बड़े पैमाने पर नाबालिग बच्चियों और महिलाओं की तस्करी हो रही है। दलाल बिना डरे पुलिस चौकी के सामने और अस्पताल परिसर तक…
 11 January 2025
मंडीदीप में आयोजित होने वाले 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। शुक्रवार को यहां गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के साहित्य का स्टॉल शुरू किया गया।…
 11 January 2025
भोपाल की कोहेफिजा पुलिस ने चार महिलाओं को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सोने की चेन सहित घटना में प्रयुक्त वाहन जब्त किया है। महिला चोरों ने हाल ही में…
 11 January 2025
भोपाल। देश में उत्तराखंड के बाद अब मध्य प्रदेश में भी ई-कैबिनेट बैठक शुरू की जाएगी। नए वर्ष में नवाचार करते हुए मोहन सरकार ने इसका निर्णय लिया है। यह पूरी…
Advt.