इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने गिरफ्तार किया था। उन पर अल कादिर ट्रस्ट केस में भ्रष्टाचार के आरोप हैं। लेकिन, बहुत कम लोगों को पता है कि इसके पहले भी एनएबी दो प्रधानमंत्रियों और एक राष्ट्रपति को जेल की हवा खिला चुकी है। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो को पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह जनरल परवेज मुशरर्फ ने बनाया था और वर्तमान में भी इस ब्यूरो का प्रमुख पाकिस्तानी सेना का एक रिटायर्ड जनरल ही है। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो पाकिस्तान की शक्तिशाली भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसी है। इसे पाकिस्तान में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए असीमित शक्तियां प्राप्त थीं। हालांकि, बाद में शहबाज शरीफ की सरकार ने इस संस्था की शक्तियों में भारी कटौती की, जिसका फायदा इमरान खान ने उठाया।एनएबी ने किन-किन हस्तियों को गिरफ्तार किया
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने 2008 के बाद से वर्तमान प्रधानमंत्री और तब विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ, तीन बार के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को गिरफ्तार किया है। नवाज शरीफ को चौधरी शुगर मिल केस में 2019 में गिरफ्तार किया गया था। शहबाज शरीफ को मनी लांड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस कारण इन सभी बड़े नेताओं को महीनों तक जेल में रहना पड़ा था। 9 मई को एनएबी ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भ्रष्टाचार के एक केस में इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया था। हालांकि, बाद में पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी को अवैध ठहराते हुए तुरंत रिहा करने का हुक्म सुनाया था।क्य है राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो एक स्वायत्त और संवैधानिक रूप से स्थापित संघीय संस्था है। यह संस्था भ्रष्टाचार और पाकिस्तान सरकार के लिए आर्थिक आतंकवाद के खिलाफ महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आर्थिक खुफिया आकलन तैयार करने के लिए जिम्मेदार है। वर्तमान में इसके अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) नजीर अहमद बट हैं। एनएबी को आर्थिक आतंकवाद और वित्तीय अपराधों के खिलाफ अपने संचालन को लागू करने के अलावा, हर तरह से आवश्यक रोकथाम और जागरूकता करने का अधिकार है।
मुशर्रफ के कार्यकाल में हुआ था जन्म
एनएबी की स्थापना 16 नवंबर 1999 को परवेज मुशर्रफ ने की थी। बाद में इसके कार्यक्षेत्र का व्यापक विस्तार किया गया। पाकिस्तानी संविधान वित्तीय कुप्रबंधन, आर्थिक आतंकवाद, भ्रष्टाचार (सभी निजी-क्षेत्र, राज्य-क्षेत्र, रक्षा-क्षेत्र और कॉर्पोरेट-क्षेत्र में) के संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ जांच शुरू करने, पूछताछ करने और गिरफ्तारी वारंट जारी करने की शक्ति प्रदान करता है और कानूनी मामलों के लिए राष्ट्रीय जवाबदेही अदालतों में पेश करने की शक्ति प्रदान करता है। इसका मुख्यालय इस्लामाबाद में है, जिसके सभी प्रमुख शहरों में क्षेत्रीय कार्यालय हैं।
सरकारों पर एनएबी के दुरुपयोग का आरोप
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो भले ही एक स्वायत्त निकाय है लेकिन विश्लेषकों और राजनेताओं का कहना है कि इसे अक्सर देश में विपक्ष पर नकेल कसने के लिए एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। हालांकि, भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था अपनी शक्तियों के किसी भी तरह के दुरुपयोग से इनकार करती है। इसके पास गिरफ्तारी की निरंकुश शक्तियां और साथ ही संदिग्धों को पकड़ने के लिए जेल भी हैं। एनएबी के पास अभियोजक और न्यायाधीश हैं और मुख्य न्यायिक प्रणाली से अलग अपनी अदालतें भी हैं।