इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना मामले में इस्लामाबाद हाई कोर्ट से राहत मिल गई है। हाई कोर्ट ने तोशाखाना मामले पर स्टे लगा दिया है। यही नहीं अगले नोटिस तक कार्यवाही पर भी हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है। कोर्ट में इमरान खान के वकीलों ने यह राहत हासिल की है। पाकिस्तान में भारी हिंसा और आगजनी के बीच इमरान खान कड़ी सुरक्षा के बीच अग्रिम जमानत के लिए शुक्रवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट में पेश किया जाएगा। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने इस मौके पर एक रैली की घोषणा की है तथा समर्थकों से अपने नेता के संबोधन के लिए अदालत के समीप एकत्रित होने को कहा है। इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट से पहले ही राहत मिल चुकी है।
इमरान खान खान (70) को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में मंगलवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से गिरफ्तार किया गया था और जवाबदेही अदालत ने उन्हें भ्रष्टाचार मामले में आठ दिन के लिए राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) की हिरासत में भेज दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को खान को बड़ी राहत देते हुए उनकी गिरफ्तारी को ‘गैर कानूनी’ करार दिया और उन्हें तत्काल रिहा करने का आदेश दिया। उसने पुलिस को खान को उच्चतम न्यायालय की सुरक्षा में रखने तथा सुबह 11 बजे उच्च न्यायालय में पेश करने का निर्देश दिया। उच्चतम न्यायालय ने सुनवाई के दौरान कहा कि चूंकि खान ने उच्च न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण किया था जहां वह मामले में अग्रिम जमानत के लिए पेश हुए थे, तो पूरी प्रक्रिया वहीं से शुरू होगी जो उनकी गिरफ्तारी से बाधित हुई थी। हाई कोर्ट के पास कड़ी सुरक्षा का इंतजाम
न्यायालय ने खान को उनकी याचिकाओं पर उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए फैसले का पालन करने का भी निर्देश दिया। इस बीच, पीटीआई ने एक संदेश में अपने समर्थकों से सुबह 10 बजे खान के भाषण के लिए जी-13 इलाके में पहुंचने को कहा है जो उच्च न्यायालय परिसर से ज्यादा दूर नहीं है। उच्चतम न्यायालय ने इस्लामाबाद पुलिस को पूर्व प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए उचित बंदोबस्त करने का भी आदेश दिया है।
इस बीच अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान में करीब से नजर रखता रहेगा। उसने इस बात को दोहराया कि वह किसी एक के पक्ष में नहीं है। अमेरिकी प्रशासन की यह टिप्पणी भ्रष्टाचार के एक मामले में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद आई है, जिसके कारण देश के मुख्य शहरों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए और अनियंत्रित समर्थकों को रोकने के लिए सेना को बुलाया गया।
'अमेरिका किसी एक के पक्ष में नहीं'
विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने पत्रकारों से कहा, ‘हम पाकिस्तान में स्थिति की बारीकी से निगरानी करते रहेंगे और जैसा कि अमेरिका ने पहले कहा है कि हम किसी एक के पक्ष में नहीं है। हम एक सुरक्षित और समृद्ध पाकिस्तान के पक्ष में है। यही अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों के हित में है और हम दुनिया भर में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून के शासन का सम्मान करने का आह्वान करते हैं।’ उन्होंने कहा कि अमेरिका का कोई पसंदीदा उम्मीदवार या पसंदीदा राजनीतिक दल नहीं है और यह सिर्फ पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में किसी भी सरकारी तंत्र से संबंधित है।पटेल ने कहा, ‘एक समृद्ध और मजबूत, लोकतांत्रिक पाकिस्तान अमेरिकी हितों के लिए महत्वपूर्ण है। यह कभी नहीं बदलेगा।’ पटेल ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘इनमें से कुछ क्षेत्रों जैसे कि प्रेस की स्वतंत्रता, मानवाधिकार, उसी प्रकृति की अन्य चीजों की बात करें तो हमने न केवल पाकिस्तान में बल्कि अन्य देशों में भी अपने समकक्षों के साथ इन मुद्दों को उठाया है, क्योंकि इनके संदर्भ में हमारा अपना दृष्टिकोण है।’