इस्लामाबाद : पाकिस्तान में मंगलवार को हुई इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद अराजकता फैल गई। इमरान के समर्थकों ने देश भर में दंगे और आगजनी की। समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प में हुई फायरिंग में कोई लोगों की मौत भी हो गई। भीड़ ने रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर हमला बोल दिया। इमरान समर्थकों ने कोर कमांडर के घर को पूरी तरह लूट लिया और फिर उसे आग के हवाले कर दिया। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में लोगों को खाने-पीने की चीजें लूटकर ले जाते हुए देखा जा सकता है।
ट्विटर पर शेयर एक वीडियो में कोरमा, भिंडी और कोल्ड्रिंक की बोतल लेकर जाता हुआ शख्स कहता है, 'हमने डाकुओं का माल उठाया है।' वीडियो में एक दूसरी महिला के बैग में सलाद देखा जा सकता है। भीड़ में मौजूद लोग कोर कमांडर के घर के भीतर से पक्षी, टोमैटो केचअप, दही, फालसे और स्ट्रॉबेरी तक लूटकर ले जाते हुए नजर आए। इससे पहले एक वीडियो में एक प्रदर्शनकारी कोर कमांडर के आवास से मोर चोरी कर ले जाता हुआ देखा गया था।
'ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा'
लंदन से लौटे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि इमरान खान के समर्थकों की ओर से की गी हिंसा में 'संवेदनशील सार्वजनिक तथा निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा', जिसके कारण उन्हें राजधानी इस्लामाबाद, घनी आबादी वाले पंजाब प्रांत और उत्तरपश्चिम के संवेदनशील इलाकों में सेना को तैनात करना पड़ रहा है। शरीफ ने मंत्रिमंडल की एक बैठक के बाद कहा, 'पाकिस्तान की आवाम ने ऐसे दृश्य पहले कभी नहीं देखे। यहां तक कि मरीजों को एम्बुलेंस से निकाल दिया गया और एम्बुलेंस में भी आग लगा दी गयी।'
सेना ने भी दी चेतावनी
शहबाज शरीफ ने प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटने की चेतावनी दी। पाकिस्तानी सेना ने भी अपने प्रतिष्ठानों पर हमले को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों को 'कड़ा जवाब' देने की चेतावनी दी और कहा कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। साथ ही, उसने नौ मई को उसके प्रतिष्ठानों पर हमलों को देश के इतिहास का 'काला अध्याय' करार दिया।