युगांडा में भारतीय बैंकर की गोली मारकर हत्या, कर्ज की रकम मांगने पर पुलिसकर्मी ने AK-47 से भूना
Updated on
16-05-2023 06:38 PM
कंपाला: लोन की रकम लौटाने से जुड़े विवाद आए दिन पूरी दुनिया में देखने को मिलते रहते हैं। लेकिन अफ्रीकी देश युगांडा में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 39 साल के भारतीय व्यक्ति की लोन से जुड़े विवाद के बाद ऑफ-ड्यूटी पुलिस कांस्टेबल ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना युगांडा की राजधानी कंपाला में हुई। पीड़ित को गोली मारने की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में मारे गए भारतीय बैंकर का नाम उत्तम भंडारी है।
जिस शख्स ने गोली मारी है उसकी पहचान 30 वर्षीय इवान वाबवायर के रूप में हुई है। घटना 12 मई की है। इवान ने एक चुराई हुई एके-47 राइफल के जरिए गोली मारी थी। बताया जा रहा है कि 21 लाख शिलिंग (46,000) रुपए से ज्यादा का लोन न चुका पाने के कारण यह अपराध हुआ है। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि वाबवायर ने भंडारी पर कई राउंड गोलियां चलाई। गोलीबारी होने के तुरंत बाद बैंक में भगदड़ मच गई। आसपास के लोग भी वहां से भाग निकले।
कर्ज को लेकर थी गलतफहमी
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद गोली के 13 खोखे बरामद किए हैं। जानकारी के मुताबिक पीड़ित और आरोपी के बीच लौटाई जाने वाली राशि को लेकर गलतफहमी थी। 12 मई को जब वाबवायर को कर्ज की राशि के बारे में बताया गया तो उसने कथित तौर पर भंडारी के साथ बहस शुरू कर दी। उसका कहना था कि आंकड़ा बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया था। वीडियो में दिख रहा है कि वह कुछ देर शांत खड़ा था। अचानक उसने बंदूक लोड किया और फायरिंग शुरू कर दी।
मानसिक रोगी है हमलावर
कंपाला मेट्रोपॉलिटन पुलिस प्रवक्ता पैट्रिक ओनयांगो ने कहा कि भंडारी को गोली मारने के बाद वाबवायर अपनी एके-47 राइफल छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने कहा कि वाबवायर पहले भी मानिसक रूप से अस्थिर रहा है। दो बार अस्पताल में भर्ती होने के बाद उस पर हथियार रखने को लेकर पांच साल का बैन लगा दिया गया था। पुलिस के मुताबिक उसने अपने रूममेट की बंदूक चुराई थी। वीडियो में दिख रहा है कि वह वापस आया और फिर कई गोलियां पीड़ित को मारी।