अब तक नहीं हो सका है शिवांक का इलाज
दुमका के काठीकुंड के शिवतल्ला गांव के छह महीने के शिवांश का अब तक कोई
डॉक्टर उसका इलाज नहीं कर सका है। उसका दिमाग सिर से बाहर है। परिजन दुमका
फुलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल दुमका, रांची रिम्स और दिल्ली एम्स तक में
अपने बच्चे का इलाज करा कर थक चुके हैं। दिल्ली एम्स में न्यूरो सर्जन ने
20 फरवरी 2025 की तिथि इलाज के लिये दी है। शिवांश के पिता मनोज कुमार
चौधरी और मां मोनिका कुमारी ने बताया कि बेटे का बीमारी बढ़ती जा रही है।
ऐसे में शीघ्र इलाज नहीं होगा तो बेटा का जीवन बचाना मुश्किल हो जाएगा।
दिल्ली एम्स में मिली वर्ष 2025 की तारीख
शिवांश के पिता मनोज ने फोन पर बातचीत में बताया कि उनके बच्चे को जन्म से
ही ये समस्या है। दुमका के फूलो-झानो अस्पताल में दिखाया लेकिन वहां इलाज
नहीं हो सका। दुमका से रांची स्थित रिम्स रेफर कर दिया गया। रिम्स के
चिकित्सकों ने कहा कि शिवांश बहुत छोटा है, कुछ बड़ा होने पर ही सर्जरी हो
सकेगी। बाद में रिम्स से दिल्ली स्थित एम्स रेफर कर दिया गया। मनोज बताते
हैं कि चंदा करके पैसों का इंतजाम किया और एम्स पहुंचे। एम्स में न्यूरो
सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने 20 फरवरी 2025 का समय दिया है। मनोज ने कहा
कि ऐसे में उन्होंने मीडिया की मदद ली और सोनू सूद तक पहुंचे।