पोर्ट मोरेस्बी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पापुआ न्यू गिनी में तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग शिखर सम्मेलन की अगवानी की। इस सम्मेलन में 14 प्रशांत देशों के शीर्ष नेता शामिल हुए। एफआईपीआईसी समिट के दौरान पहुंचे अतिथियों के लिए लंच में भारतीय व्यंजनों को खास तौर पर शामिल किया गया था। इसका मेन्यू कार्ड हाल में ही जारी किया गया है। इस मलाई कोफ्ता, माालपुआ, खांडवी और मोटे अनाज को खास तौर पर शामिल किया गया है। पीएम मोदी ने मोटे अनाज को श्री अन्न का नाम दिया है। इसी साल संसद भवन में भी मोटे अनाजों से बने व्यंजनों का भोज दिया गया था।मेन्यू में कौन-कौन से आइटम शामिल
भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग शिखर सम्मेलन के दौरान आयोजित लंच में गुजराती डिश खांडवी को प्रमुखता दी गई है। इसके अलावा बाजरा और सब्जी का सूप, मलाई कोफ्ता, राजस्थानी रागी गट्टा करी, वेजिटेबल कोल्हापुरी, दाल पंचमेल, बाजरा बिरयानी, नन्नू फुल्का, मसाला छाछ, पान कुल्फी, रबड़ी और मालपुआ को शामिल किया गया है। वहीं, मसाला चाय, ग्रीन टी, मिंट टी और कॉफी को भी रखा गया है।मोदी सरकार का श्री अन्न पर ज्यादा ध्यान
भारत ने इस साल के बजट में भी श्री अन्न योजना का ऐलान किया है। इसके जरिए मोटे अनाजों जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, सांवा, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू के दानों से बने खानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ये अनाज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी भारत के प्रस्ताव पर साल 2023 को इंटरनेशनल मिलेट ईयर के रूप में घोषित किया है। हाल ही में कृषि मंत्रालय ने मिलेट्स फ़ूड फेस्टिवल का भी आयोजन किया था, जिसमें बहुत सारे मंत्रियों और सांसदों ने हिस्सा लिया था।
पीएम मोदी ने प्रशांत देशों के लिए किया ये ऐलान
पीएम मोदी ने भारत-प्रशांत द्वीप देशों की साझेदारी को मजबूत करने के लिए 12-चरणीय कार्य योजना को जारी किया। इसमें फिजी में 100 बिस्तरों वाला क्षेत्रीय सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, पापुआ न्यू गिनी में क्षेत्रीय आईटी और साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की तैयारी, प्रशांत देशों के लिए सागर अमृत स्कॉलरशिप के जरिए अगले 5 वर्षों में 1000 स्कॉलरशिप, 2023 में पापुआ न्यू गिनी में जयपुर फुट कैंप। इसके बाद सालाना बाकी प्रशांत देशों में दो कैंप, एपआईपीआईसी स्माल मीडियम इंटरप्राइजेज विकास परियोजना, सरकारी भवनों के लिए सौर परियोजना, पीने के पानी के लिए अलवणीकरण यूनिट देने का ऐलान, समुद्री एम्बुलेंस की आपूर्ति, अस्पतालों के लिए डायलिसिस यूनिट की स्थापना, 24x7 आपातकालीन हेल्पलाइन की स्थापना, जन औषधि केंद्रों की स्थापना और योग केंद्र स्थापित शामिल है।