प्रीपेड बूथ की सुविधा सबसे पहले रेलवे स्टेशन उसके बाद नानाखेड़ा बस स्टैंड और फिर महाकाल मंदिर के पास शुरू की जाने वाली है। बाबा महाकालेश्वर के दर्शन और मोक्ष दायिनी मां शिप्रा के आचमन के हजारों श्रद्धालु रोजाना उज्जैन पहुंचते हैं। स्टेशन पर इन श्रद्धालुओं के पहुंचते ही ऑटो चालक मनमानी रकम वसूलने का काम शुरू कर देते हैं। अधिकांश भक्तों से किराए के नाम पर ठगी कर ली जाती है। इसी को देखते हुए अब कलेक्टर आशीष सिंह ने भक्तों से वसूले जा रहे मनमाने किराए पर रोक लगाने के लिए प्रीपेड बूथ शुरू करने का फैसला लिया है।
व्यवस्था के शुरू हो जाने के बाद रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर की दूरी के हिसाब से किराया व्यवस्था शुरू की जाएगी। समान किराया निर्धारित हो जाने पर श्रद्धालुओं को ऑटो चालकों को मनमाना किराया नहीं देना पड़ेगा। स्टेशन से महाकाल मंदिर की दूरी सिर्फ 2 किलोमीटर है लेकिन कुछ रिक्शा चालक शॉर्टकट रास्ते से जाकर श्रद्धालुओं को मंदिर से काफी दूर उतार देते हैं और अपने हिसाब से किराया वसूल लेते हैं। अगर कोई त्योहार हो तो ये किराया और भी बढ़ जाता है, ऐसे में श्रद्धालुओं को परेशानी होती है।
प्रीपेड बूथ को शुरू करने के साथ ही ऑटो चालकों को निर्धारित की गई ड्रेस पहनने और नेम प्लेट लगाने के साथ रेट लिस्ट डिस्प्ले लगाने को भी कहा जाएगा। दूरी के हिसाब से तय की गई रेट लिस्ट भी ऑटो चालकों को चस्पा करनी होगी ताकि श्रद्धालुओं के साथ किसी भी तरह की मनमानी ना की जा सके। इसके बाद भी कोई ऑटो चालक मनमानी करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा।
बता दें कि सावन मास में बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे थे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया था। हेल्पलाइन नंबर पर सिर्फ 15 दिनों के अंदर ही 100 से ज्यादा शिकायतें ऑटो चालकों द्वारा मनमाना किराया वसूलने की सामने आई है। इसके बाद भी सिर्फ एक ऑटो चालक का लाइसेंस 15 दिन के लिए निरस्त किया गया है। इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए प्रीपेड बूथ शुरू करने का निर्णय प्रशासन द्वारा लिया गया है।