पाकिस्तान किसी भी हाल में नहीं होगा डिफॉल्ट... खाते में बचे सिर्फ 4.3 अरब डॉलर, बड़े-बड़े दावे कर रहे वित्त मंत्री
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26-05-2023 06:47 PM
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने बुधवार को दावा किया कि देश 'बिल्कुल भी वित्तीय संकट की कगार पर नहीं है' और यह 'किसी भी हाल में डिफॉल्ट नहीं होगा'। डार का बयान ऐसे वक्त पर आया है जब पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार घट रहा है और ऐसी आशंकाएं हैं कि पाकिस्तान डिफॉल्ट हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की तरफ से 6.5 बिलियन डॉलर के ऋण पैकेज में से 1.1 बिलियन डॉलर की किश्त जारी करने में हो रही देरी पाकिस्तान के आर्थिक संकट को और गंभीर कर रही है।
राजधानी इस्लामाबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए डार ने अपनी आर्थिक टीम के 'प्रयासों और कड़ी मेहनत' की सराहना की। लंबे समय से रुकी हुई बेलआउट किश्त जारी करने के लिए आईएमएफ के साथ चल रही वार्ता के बारे में डार ने कहा कि उनकी टीम ने नौंवीं समीक्षा को पूरा करने के लिए जरूरी सभी तकनीकी कार्यों को पूरा कर लिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आईएमएफ कार्यक्रम को पूरा करने के लिए उन्होंने और उनकी टीम ने 'गंभीर प्रयास' किए। भंडार में बचे हैं सिर्फ 4.3 अरब डॉलर
डार ने आईएमएफ प्रोग्राम में हुई देरी को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया और कहा कि समीक्षा पहले पूरी हो जानी चाहिए थी। पाक वित्त मंत्री ने दावा किया कि देश ने अपने कमर्शियल लोन में से 5.5 बिलियन डॉलर का कर्ज चुका दिया है। द न्यूज ने बताया कि इस्लामाबाद अभी भी दूसरी ऋण अदायगियों की समय सीमा का पालन करने के तरीकों पर विचार कर रहा है क्योंकि देश को इस महीने और जून में मिलाकर 3.7 अरब डॉलर के विदेशी ऋण का विदेशी मुद्रा में भुगतान करना है जबकि इसका मौजूदा विदेशी मुद्रा भंडार सिर्फ 4.3 अरब डॉलर है।चीन की मदद के भरोसे पाकिस्तान
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग ने वादा किया था कि पाकिस्तान की ओर से जून में 2.3 अरब डॉलर के दो महत्वपूर्ण ऋणों के भुगतान के तुरंत बाद वह नए फंड उपलब्ध कराकर पाकिस्तान की मदद करेगा। इस साल की शुरुआत में चीन ने पहले ही पाकिस्तान को कुछ कर्ज दे दिया था। चीनी विदेश मंत्री किन गांग ने भी इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान की यात्रा के दौरान उसे वित्तीय समर्थन की बात दोहराई थी।