पाकिस्तानी सेना के पास है एक ऐसा हथियार, एक वार से तबाह हो जाएगा इमरान खान का साम्राज्य
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19-05-2023 07:25 PM
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में 9 मई को इमरान खान को गिरफ्तार किया गया था, जिसने उनके समर्थकों को भड़का दिया। पूरी दुनिया ने देखा कि किस तरह से इमरान के समर्थकों ने सेना को भी नहीं बख्शा और उससे जुड़ी बिल्डिंग में आग लगा दी। इमरान का आरोप था कि उनकी गिरफ्तारी के पीछे सेना प्रमुख असीम मुनीर का हाथ है। पाकिस्तान में इमरान एक लोकप्रिय नेता हैं, लेकिन सेना के पास एक कार्ड ऐसा है, जिसे अगर सेना ने निकाला तो पूरा पाकिस्तान इमरान के खिलाफ हो जाएगा। ये कार्ड है ईशनिंदा का।
पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए इससे जुड़ी आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में ऐसी बातें चल रही हैं कि आर्मी तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान (TLP) को इमरान खान के खिलाफ उतार सकती है। TLP पाकिस्तान का एक राजनीतिक दल है, जो धार्मिक मामलों में बेहद एक्टिव रहता है। TLP के नेता साद रिजवी की एक आवाज पर साल 2021 में लाहौर में लाखों लोग सड़क पर उतर गए थे और जमकर बवाल काटा था। तब पाकिस्तान की सरकार घुटने पर आ गई थी। TLP ने फ्रांस की मैग्जीन शार्ली एब्लो को लेकर भी प्रदर्शन किया था। साद रिजवी ने ही हाल में कहा था कि पाकिस्तान को लोन के लिए भीख नहीं मांगना चाहिए, बल्कि एक हाथ में कुरान और एक हाथ में एटम बम लेकर दुनिया से पैसा मांगना चाहिए। इमरान के खिलाफ ईशनिंदा
आरजू काजमी ने कहा, 'TLP के लोग बेहद खतरनाक हैं। अगर उन्होंने इमरान खान के ऊपर किसी भी तरह का ईशनिंदा का आरोप लगा दिया तो उन पर हमले भी होंगे और हर कोई उसे सपोर्ट भी करेगा। इमरान खान के खिलाफ सेना ने अभी इस कार्ड को इस्तेमाल नहीं किया है। इमरान डेंजर जोन में हैं और उन्हें संभल कर रहना चाहिए।' इमरान के खिलाफ ईशनिंदा के इस्तेमाल की बात अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट में भी कही गई है।
पाकिस्तान में ईशनिंदा कितना खतरनाक?
इमरान खान को उनके विरोधियों ने कई बार ईशनिंदा के आरोपों में घेरने की कोशिश की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 13 सितंबर को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता जावेद लतीफ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमरान पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान इस्लाम के बुनियादी सिद्धांतों पर हमला करने का आरोप लगाया था। दरअसल पाकिस्तान में ईशनिंदा का कानून है, लेकिन इस मामले में भीड़ का कानून भी चलता है। हाल ही में इमरान के एक समर्थक ने उनकी तुलना पैगंबर मोहम्मद से कर दी थी, जिसके बाद भीड़ ने उसे पीट-पीट कर मार डाला था।