पार्वती-कालीसिंध-चंबल रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट की शुरुआत आज से:पीएम मोदी की मौजूदगी में एमपी, राजस्थान और केंद्र सरकार के बीच होगा एमओयू

Updated on 17-12-2024 12:34 PM

मध्यप्रदेश से गुजरने वाली पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) को जोड़ने वाले प्रोजेक्ट की आज से शुरुआत होगी। जयपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में एमपी, राजस्थान और केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय के बीच त्रिस्तरीय एग्रीमेंट (एमओयू) होगा। इस कार्यक्रम में एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट मौजूद रहेंगे।

पीकेसी परियोजना से एमपी में चंबल से लेकर मालवा तक के 3150 गांवों की 6 लाख 13 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। एमपी के 11 जिलों- गुना, शिवपुरी, सीहोर, देवास, राजगढ़, उज्जैन, आगर-मालवा, इंदौर, शाजापुर, मंदसौर और मुरैना में पीने का पानी मिलेगा।

पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना की अनुमानित लागत 72 हजार करोड़ रुपए है। परियोजना से बनने वाले बांधों और जलाशयों की कुल जल भराव क्षमता 1908.83 घन मीटर होगी। 172 मिलियन घन मीटर पानी, ग्रामीणों के लिए पीने और उद्योगों के लिए रिजर्व रहेगा।

21 बांध और बैराज बनाए जाएंगे पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना में मध्य प्रदेश से शुरू होने वाली पार्वती, कूनो, कालीसिंध, चंबल, शिप्रा और सहायक नदियों के पानी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा। कुल 21 बांध और बैराज बनाए जाएंगे।

श्रीमंत माधवराव सिंधिया सिंचाई कॉम्पलेक्स में 4 बांध (कटीला, सोनपुर, पावा और धनवाड़ी), 2 बैराज (श्यामपुर, नैनागढ़), कुम्भराज कॉम्पलेक्स में 2 बांध (कुम्भराज-1 और कुम्भराज-2), रणजीत सागर, लखुंदर बैराज और ऊपरी चंबल कछार में 7 बांध (सोनचिरी, रामवासा, बचेरा, पदुनिया, सेवरखेडी, चितावद, सीकरी सुल्तानपुरा) बनेंगे। ​​​इसके अलावा गांधी सागर बांध की अपस्ट्रीम में चंबल, क्षिप्रा और गंभीर नदियों पर छोटे-छोटे बांधों का निर्माण भी प्रस्तावित है।

5 साल में पूरा होगा काम केंद्र सरकार के सहयोग से बनने वाली इस परियोजना का काम अगले 5 साल में पूरा कर लिया जाएगा। 75 हजार करोड़ के खर्च में से 90% केंद्र जबकि 10% एमपी और राजस्थान सरकार देंगी। इसमें बैलेंसिंग रिजर्वायर का निर्माण प्रस्तावित है।

इसके साथ ही परियोजना में मध्य प्रदेश, राजस्थान के बीच मौजूदा चंबल दाईं मुख्य नहर (CRMC) और मध्य प्रदेश क्षेत्र में CRMC सिस्टम के अंतिम छोर तक मॉर्डनाइजेशन और रीन्यूअल के लिए प्रावधान किया गया है। इससे एमपी के श्योपुर, मुरैना, भिंड जिलों को सिंचाई और पीने के लिए पानी मिलेगा।



अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 22 December 2024
भोपाल में आईएएस सर्विस मीट के दूसरे दिन अफसर पत्नी और बच्चों के साथ दिनभर मस्ती करते दिखे। शनिवार सुबह बोट क्लब पर हुई रेस में उन्होंने परिवार के साथ…
 22 December 2024
आयकर विभाग द्वारा राजधानी के तीन बिल्डर्स और कंस्ट्रक्शन कंपनियों के कारोबारियों के यहां चल रही जांच में अब तक टैक्स चोरी की पूरी स्थिति साफ नहीं हो पाई है।…
 22 December 2024
भोपाल में इनकम टैक्स और लोकायुक्त की छापेमारी पूरे देश में चर्चा में है। कांग्रेस ने भोपाल की त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कम्पनी के मालिक राजेश शर्मा के घर पर हुई छापेमारी…
 22 December 2024
ग्वालियर। मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग में आरक्षक रहे सौरभ शर्मा ने भ्रष्टाचार की काली कमाई को सफेद करने के लिए अविरल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी बनाई…
 22 December 2024
 भोपाल। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में शनिवार को शेर का एक नया जोड़ा पहुंच गया। यह गुजरात के जूनागढ़ स्थित सक्करबाग चिड़ियाघर से लाया गया है। इस जोड़े में एक नर…
 22 December 2024
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप प्रदेश में मोटे अनाज अर्थात मिलेट्स के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि…
 22 December 2024
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से अटॉर्नी जनरल ऑफ़ इंडिया श्री आर. वेंकटरमानी ने मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुष्प-गुच्छ और शॉल भेंट…
 22 December 2024
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि दुनिया के सभी देश, भारत की सनातन संस्कृति को समझने की जिज्ञासा रखते हैं। भारत को जानने के लिए भारत में प्राचीनकाल…
 21 December 2024
एक आईएएस अफसर वह व्यक्ति है, जो मंत्रियों की प्लान की गई योजनाओं को धरातल तक लेकर जाता है। सुबह से लेकर रात तक बिना थके योजनाओं को अमलीजामा पहनाने…
Advt.