"भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा" पर संसद में बुधवार को चर्चा चल रही थी। इसी दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने भाषण के दौरान डॉ बीआर आंबेडकर की विरासत पर बोल रहे थे। शाह ने कहा कहा कि
'आजकल अंबेडकर का नाम लेना एक फैशन बन गया है। अंबेडकर, अंबेडकर, आंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।"
अमित शाह के इस बयान के बाद कांग्रेस सहित तमाम विरोधी दलों ने उन पर हमला बोलना शुरू कर दिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी से उनका इस्तीफा लेने की मांग कर दी। हालांकि, शाह ने आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि उनका बयान गलत तरीके से तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
एमपी में विरोध अमित शाह के बयान के विरोध में बुधवार को एमपी विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया। इस पर बीजेपी की ओर से विधानसभा में कहा गया कि जो व्यक्ति सदन का सदस्य नहीं हैं उनका उल्लेख नहीं किया जा सकता। इसके बाद दोनों दलों के बीच खूब नारेबाजी हुई। हालांकि, स्पीकर ने उसे सदन की कार्यवाही से हटा दिया।
मप्र भर में विरोध प्रदर्शन अमित शाह के बयान पर आज भोपाल सहित पूरे एमपी में कांग्रेस और अलग-अलग संगठन विरोध प्रदर्शन करेंगे। भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, कांग्रेस संगठन प्रभारी राजीव सिंह सहित तमाम कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मुंह पर काली पट्टी बांधकर अंबेडकर प्रतिमा के सामने प्रदर्शन करेंगे।