इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को फिर से गिरफ्तारी का डर सताने लगा है। उन्होंने आशंका जताई है कि मंगलवार को इस्लामाबाद जाने के दौरान उन्हें फिर से गिरफ्तार किया जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना और सत्ता पर काबिज पीडीएम गठबंधन मिले हुए हैं। इमरान खान ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री रहने के दौरान उन्होंने पाकिस्तानी सेना के वर्तमान प्रमुख जनरल असीम मुनीर को तब आईएसआई चीफ के ओहदे से नहीं हटाया था। इमरान ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मैंने जनरल आसिम मुनीर को डीजी आईएसआई के पद से हटा दे दिया था क्योंकि उन्होंने मेरी पत्नी बुशरा बेगम के भ्रष्टाचार के मामले का पर्दाफाश किया था। यह पूरी तरह झूठ है। न तो जनरल असीम ने मुझे मेरी पत्नी के भ्रष्टाचार का कोई सबूत दिखाया और न ही मैंने उसकी वजह से उनसे इस्तीफा मांगा।पीटीआई पर प्रतिबंध का जताया डर
सीएनएन को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा कि 9 मई को हुई हिंसा मामले में सरकार दंगाइयों के खिलाफ सैन्य और आतंकवाद रोधी अदालतों में मुकदमा चलाने जा रही है। दरअसल यह उनकी पार्टी पीटीआई को प्रतिबंधित करने की साजिश है। इमरान खान ने आरोप लगाया कि मुझे राजनीति से बाहर रखन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। पाकिस्तान में पूरी लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म किया जा रहा है। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने 13 मई को कहा था कि 9 मई को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भड़के तीन दिनों हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।सुप्रीम कोर्ट के आदेश के उल्लंघन का लगाया आरोप
इमरान खान ने कहा कि सरकार और सत्तारूढ़ गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट संविधान और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उल्लंघन कर रही है। उन्होंने 14 मई को पंजाब में आम चुनाव कराने के सु्प्रीम कोर्ट के आदेश को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा कि यहां तक कि अक्टूबर में होने वाले आम चुनाव को भी सरकार तब तक नहीं कराएगी, जब तक उन्हें खुद की जीत का यकीन हो जाए। इमरान ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन उनकी पार्टी पीटीआई की जीत से डरी हुई है. वे डरते हैं कि कहीं पीटीआई चुनाव न जीत जाए और मैं सत्ता में वापस आ जाऊं। आज हमारे लोकतंत्र को खत्म करने के लिए सब कुछ किया जा रहा है।
इमरान का दावा- सेना से कोई समस्या नहीं
पार्टी नेतृत्व के खिलाफ चल रही कार्रवाई का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा कि देश में कानून का राज नहीं है और उनकी पार्टी का पूरा नेतृत्व जेल में है। हम जंगल के कानून की ओर बढ़ रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अपनी ही सेना लेकर आप कैसे जीत सकते हैं? यदि आप जीत भी जाते हैं, तो यह एक पिरामिडिक जीत है। देश हारता है। उन्होंने कहा कि मुझे सेना से कभी कोई समस्या नहीं थी। देश में पिछले 60 वर्षों के शासन के दौरान आधा सेना का और आधा दो परिवारों- भुट्टो और शरीफ का शासन था। उन्होंने यहां तक कहा कि वह आज तक समझ नहीं पाए कि उनकी सरकार गिराने का मकसद क्या था।