वॉशिंगटन: समुद्र की गहराई में अपने अंदर फट जाने वाली पनडुब्बी टाइटन की कंपनी ओशनगेट ने अपने सभी कॉमर्शियल ऑपरेशन सस्पेंड करने का फैसला किया है। यह पनडुब्बी अटलांटिक महासागर में 3.5 किमी से भी ज्यादा की गहराई में डूबे हुए टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने के लिए गई थी। तभी यह एक हादसे का शिकार हुई और इसमें सवार सभी पांच लोगों की मौत हो गई। मारे गए लोगों में कंपनी के सीईओ स्टॉकटन रश भी शामिल थे। कंपनी ने अपने वेबसाइट के टॉप पर इससे जुड़ा नोटिस लिखा।
कंपनी की वेबसाइट oceangateexpeditions.com खोलने पर लिखा मिलेगा, 'ओशनगेट ने सभी अन्वेषण और वाणिज्यिक परिचालन को निलंबित कर दिया है।' मलबा मिलने के 15 दिन बाद कंपनी ने इस तरह का कोई ऐलान किया है। हालांकि वेबसाइट पर अभी भी उपकरणों और मलबे का दौरा करने से जुड़े अभियान प्रस्तावों का विवरण दिख रहा है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेलरनर इंटरनेशनल के प्रवक्ता एंड्रयू वॉन केरेन्स ने एक बयान में कहा कि ओशनगेट के पास वेबसाइट पर नोटिस के अलावा कोई और जानकारी नहीं है।
1.9 करोड़ रुपए का है टिकट
ओशनगेट समुद्र की सतह से 12,500 फीट की गहराई में मौजूद 111 साल पुराने टाइटैनिक जहाज का मलबा दिखाने के लिए ले जाती थी। इसके लिए वह ढाई लाख डॉलर लगभग 1.9 करोड़ रुपए का एक टिकट बेचती थी। इसी कंपनी की पनडुब्बी टाइटन थी। इसका आकार एक मिनीवैन के बराबर था। 18 जून को जब इसने टाइटैनिक का मलबा देखने के लिए गोता लगाया तो 1 घंटे 45 मिनट बाद इसका संपर्क टूट गया।
दबाव के कारण फट गया
टाइटन जब दोबारा सतह पर नहीं आया तो इसकी खोज शुरू हो गई। इसने कई दिनों तक दुनिया का ध्यान खींचा। कई दिनों की खोज के बाद 22 जून को अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने बताया कि यह पनडुब्बी दबाव के कारण फट गई है। इसके अंदर पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाउद और उनका बेटा भी शामिल था। इस हादसे के बाद ऐसी खबरें आईं, जिसके मुताबिक पूर्व कर्मचारियों ने वॉर्निंग दी थी कि टाइटन विफल हो सकता है।