पेरिस : फ्रांस की राजधानी पेरिस के पास ट्रैफिक चेकिंग के दौरान एक किशोर की हत्या करने वाले पुलिसकर्मी के लिए फंड जुटाया जा रहा है जो लगातार बढ़ रहा है। जैसे-जैसे फंड का आकार बड़ा हो रहा है, राजनेताओं और कार्यकर्ताओं में आक्रोश भी बढ़ रहा है। धुर-दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन के पूर्व सलाहकार जीन मेसिहा ने GoFundMe पर इसकी शुरुआत की है, जो सोमवार को 1.05 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया। पिछले हफ्ते किशोर की हत्या के बाद से पूरे फ्रांस में दंगे हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी प्रमुख इमारतों और गाड़ियों में आग लगा रहे हैं और दुकानों व बैंकों में लूटपाट कर रहे हैं।सेंटरिस्ट और लेफ्ट-विंग के नेताओं ने मेसिहा के फंड कैंपेन की निंदा की है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की पार्टी के एरिक बोथोरेल ने ट्विटर पर लिखा, 'जीन मेसिहा चिंगारी को हवा दे रहे हैं। यह दंगों को बढ़ावा देगा। नाहेल की हत्या करने वाले पुलिसकर्मी के लिए लाखों यूरो का फंड अशोभनीय और निंदनीय है।' सोशलिस्ट पार्टी के प्रमुख ओलिवियर फॉरे ने प्लेटफॉर्म पर 'शर्मिंदगी को स्थान देने' का आरोप लगाते हुए GoFundMe से फंड कलेक्शन को बंद करने की अपील की है।कम होती दिख रही है अशांति
फ्रांस में फैली अशांति सोमवार को छह दिन बाद कम होती दिखी। गृह मंत्रालय के अनुसार, रात भर में 157 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इससे पहले 30 जून को हुई हिंसा के दौरान रात भर में 3880 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। नैनटेरे के उपनगर में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए 17 वर्षीय नाहेल की हत्या कर दी गई थी। नाहेल अल्जीरियाई मूल का था। गृह मंत्री गेराल्ड डर्मानिन ने बताया कि 45,000 पुलिस अधिकारियों को पूर्व फ्रेंच कॉलोनियों से जुड़े और कम आय वर्ग वाले इलाकों में रहने वाले लोगों के खिलाफ भेदभाव को लेकर आक्रोश से निपटने के लिए तैनात किया गया है।
नाहेल की नानी ने की शांति की अपील
फ्रांस में रातभर में 297 वाहनों और 34 इमारतों में आगजनी की गई। इससे पहले राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रविवार रात को विशेष सुरक्षा समीक्षा बैठक की। उनकी मंगलवार को प्रदर्शनों से प्रभावित 220 शहरों के मेयर के साथ बैठक करने की योजना है। बैठक में शामिल एक अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर यह जानकारी दी। वहीं नाहेल की नानी नादिया ने फ्रांस के 'बीएफएम टीवी' को टेलीफोन पर दिए इंटरव्यू में कहा, 'खिड़कियों, बसों...स्कूलों में तोड़फोड़ मत करिए। हम हालात को शांत करना चाहते हैं।'